बिहार प्रारंभिक युवा शिक्षक संघ के बैनर तले सातवें चरण के तहत शिक्षक नियुक्ति के लिए नोटिफिकेशन जारी करने की मांग को लेकर शिक्षक अभ्यर्थी गर्दनीबाग में तीन दिवसीय धरना देंगे। संघ के प्रदेश अध्यक्ष दीपांकर गौरव तथा कार्यकारी अध्यक्ष नितेश पांडे ने बताया कि बिहार के विद्यालयों में ढाई लाख से अधिक शिक्षकों के पद रिक्त हैं। बावजूद इसके 4 सालों से शिक्षक नियोजन को अधर में रखा गया है। शिक्षा विभाग की गलत नीतियों से परेशान पूरे बिहार के शिक्षक अभ्यर्थी बड़ी संख्या में गुरुवार से तीन दिवसीय धरना में शामिल होंगें। उन्होंने सरकार पर जान बूझ कर सातवें चरण की शिक्षक बहाली बिलंब करने का आरोप लगाया।
संघ ने सरकार को चेताया
संघ के उपाध्यक्ष मीकू पाल तथा अनीश सिंह ने बताया कि सातवें चरण की विज्ञप्ति पिछले वर्ष जुलाई के अंतिम सप्ताह में ही जारी करने की बात कही गई थी। लेकिन विज्ञप्ति अब तक जारी नहीं हो पाई है ।नेताद्वय ने आरोप लगाया है कि शिक्षा विभाग अभ्यर्थियों की मांग को लगातार अनसुना कर रहे है। लंबे समय से आंदोलनरत रहें हैं अभ्यर्थी। बताते चलें की सातवें चरण के शिक्षक बहाली के नोटिफिकेशन के मांग को लेकर पिछले 3 वर्षों से शिक्षक अभ्यर्थी परेशान हैं। तथा अपनी मांगों को लेकर आंदोलनरत रहे हैं। कई बार शिक्षक अभ्यर्थियों पर बर्बरतापूर्ण कारवाई भी हुई है तथा आन्दोलन के क्रम में सैकड़ों शिक्षक अभ्यर्थियों को जेल भी जाना पड़ा है।
प्रदेश अध्यक्ष दीपांकर ने सरकार को चेतवानी देते हुए कहा कि जबतक सातवें चरण की विज्ञप्ति जारी नहीं हो जाती चरणबद्ध तरीके से आन्दोलन जारी रहेगा।मौके पर महिला प्रदेश अध्यक्ष पुष्प लता यादव प्रदेश संयोजक कुमार सत्यम अनामिका सिंह, दीपक क्षत्रिय, बिट्टू ,आमिर विकास ,विपुल ,मृत्युंजय,प्रिंस, सुप्रिया,कौशल, सहित अन्य मौजूद थे।