भाजपा और जदयू बिहार में टकराने के लिए कोई न कोई आयोजन ढूंढ़ ही ले रहे हैं। पहले बाबा बागेश्वर पर टकराहट हुई। फिर जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह की मटन पार्टी पर बयानबाजी चली। अब भाजपा ने बिहार सरकार पर पार्टी के प्रदेश कार्यसमिति की बैठक के लिए आरक्षित बुकिंग को रद्द करने का आरोप लगाया है। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी का कहना है कि राजधानी पटना के ऊर्जा ऑडिटोरियम में निर्धाारित इस बैठक की बुकिंग आखिरी समय पर शुक्रवार को कैंसिल कर दी गई है। जबकि जवाब में ऊर्जा मंत्री विजेंद्र यादव का कहना है कि भाजपा ने कोई बुकिंग नहीं कराई थी।
सरकार पर सम्राट ने लगाए आरोप
BJP के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी का कहना है कि आयोजन के 24 घंटे पहले बुकिंग रद्द किया गया है। सरकार डर गई है। अब भाजपा को कार्यक्रम आयोजित नहीं करने दिया जा रहा है। पहले बुकिंग ले ली गई और फिर उसे अंतिम समय में रद्द किया गया। यह अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है। पैसा देकर ऊर्जा ऑडिटोरियम की बुकिंग की गई थी। लेकिन नीतीश सरकार भाजपा से डर गई है। उन्होंने यह भी कहा कि प्रदेश कार्यसमिति की बैठक को डिस्टर्ब करने का प्रयास किया गया। यह लोकतंत्र की हत्या है। हमें नीतीश सरकार से इस तरह की उम्मीद नहीं थी।
ऊर्जा मंत्री ने कहा – राजनीतिक इस्तेमाल के लिए नहीं है ऊर्जा ऑडिटोरियम
दूसरी ओर ऊर्जा मंत्री विजेंद्र प्रसाद यादव का कहना है कि ऊर्जा ऑडिटोरिम का उपयोग राजनीतिक गतिविधियों के लिए नहीं हो सकता। यह बिजली कंपनी के तय प्रावधान में ही नहीं है। भाजपा ने प्रदेश कार्यसमिति की बैठक के लिए इसे आरक्षित नहीं करवाया था। इसे कैलाशपति मिश्र न्यास के कार्यक्रम के लिए आरक्षित करवाया गया था। अगर बुकिंग के दिन बताया जाता कि भाजपा कार्यसमिति की बैठक है तो बुकिंग नहीं की जाती। किसी राजनीतिक दल का कार्यक्रम ऊर्जा ऑडिटोरियम में नहीं हो सकता है। इस संबंध में सम्राट चौधरी ने कहा है कि भविष्य में अगर ऑडिटोरियम में किसी भी राजनीतिक दल का कार्यक्रम होगा तो हम उसका विरोध करेंगे। वहीं दूसरी ओर भाजपा ने बैठक की जगह अब बेली रोड के किसान पैलेस में शिफ्ट कर ली है।