बोकारो के सिटी थाना क्षेत्र में अंतर्गत अक्तूबर माह में एक युवक राहुल करमाली के अपहरण के बाद हत्या का मामला सामने आया था। पुलिस ने इस मामले में अनुशंधान करते हुए एक आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भी भेज चुकी है। मगर पुलिसिया जांच की रफ्तार ऐसी की, घटना के तीन महीने बाद भी ना तो लापता युवक को ज़िंदा ही ढूंढ़ पायी और ना ही उसका शव। पुलिस सिर्फ अब तक लापता हुए युवक का स्कूटी ही ढूढं पायी है। मृतक (अब पुलिस भी इसे हत्या बता रही है) के बारे में कुछ भी खुलासा नही होने तथा पुलिसिया अनुशंधान में उदासीनता को देखते हुए मृतक के परिजन तथा स्थानीय लोगो का सब्र जब जबाब दे दिया, तो सभी मृतक के पोस्टर लिए पुलिस अधीक्षक कार्यालय के समक्ष जमा हो मृतक को न्याय दिलाने सहित पुलिस विरोधी नारे भी लगाए।
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एक आरोपी को गिफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है
मृतक की मां तथा भाई ने पुलिसिया अनुशंधान पर सवाल उठाते हुए कहा कि घटना के तीन महीने गुजर जाने के बाद भी पुलिस ना तो मृतक का शव ही बरामद कर पायी है और न ही उसकी स्कूटी को ही बरामद किया है। ऐसे में हम अपने कलेजे के टुकड़े को कैसे मरा मान लें? वहीं सिटी थाना प्रभारी ने मामले की जानकारी देते हुए बताया कि इस मामले में एक आरोपी को गिफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है, जबकि अन्य आरोपियों की तलाश जारी है। उनकी गिफ्तारी के बाद पूरे मामले पर से स्वतः ही रहस्य का पर्दा हट जाएगा।
बहरहाल पुलिस के भले ही अपने कई दावे हो सकते है, लेकिन घटना के तीन महीने बीत जाने के बाद भी इस कांड पर से रहस्य का पर्दा नही हटना पुलिसिया कार्रवाई पर तो कई सवाल तो खड़ा करता ही है।