[Team insider] बोकारो के कसमार प्रखंड स्थित राज्य खाद्य निगम गोदाम से लगभग 2409 क्विंटल अनाज गायब मामले की जांच बोकारो उपायुक्त के निर्देश पर चार सदस्य टीम ने शुरू कर दी है। आवासीय दंडाधिकारी मनीषा वत्स की अगुवाई में टीम ने कसमार के अनाज गोदामों की जांच की । जांच के दौरान गोदाम के बक्सा में मिले कागजात को भी सील कर दिया गया है।
पूर्व और वर्तमान एजीएम को लगाई फटकार
इस दौरान सभी गोदामों का भी निरीक्षण किया गया। निरीक्षण से पहले अध्यक्ष मनीषा वत्स के द्वारा कागजातों की मांग की गई। जहां पूर्व के एजीएम जितेन्द्र भगत के द्वारा खुद से कागजात कमेटी के सामने पेश की गई, जबकि पूर्व के एजीएम के द्वारा प्रभार देने की बात कही गई है। दौरान आवासीय दंडाधिकारी मनीषा वत्स ने पूर्व और वर्तमान एजीएम को फटकार भी लगाई।
रोते नजर आए हरेंद्र कुमार
जांच में दो दल बनाकर माल के भंडारण और उसके उठाओ की जांच करने की बात कही गई है। जांच कमेटी के समक्ष वर्तमान एजीएम हरेंद्र कुमार रोते नजर आए। अधिकारियों ने उन्हें कहा कि जांच पूरी तरह से निष्पक्षता के साथ होगी जो भी कमियां यहां पाई जाएगी और जिस के समय यह गड़बड़ियां हुई है उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
जांच कमेटी बनी और जांच शुरू हो गई
यह बात सामने आई कि दिसंबर महीने में जितेंद्र भगत को वर्तमान एजीएम हरेंद्र कुमार को प्रभार देने का निर्देश दिया गया था। एक महीने के टालमटोल के बाद जितेंद्र भगत ने बिना स्टॉक मिलान के प्रभार देने का प्रयास किया। लेकिन वर्तमान एजीएम के द्वारा प्रभार लेने से इनकार किया गया। उसके बाद वर्तमान एजीएम के द्वारा स्टॉक की जांच कर 2409 क्विंटल अनाज गायब रहने का पत्र लिखा गया था। इसी आलोक में जांच कमेटी बनी और आज जांच शुरू हो गई। अब यह देखना है की जांच में क्या सामने आता है।
वर्तमान एजीएम को पूरी तरह से हैंडोवर नहीं किया गया
आवासीय दंडाधिकारी मनीषा वत्स ने बताया कि उपायुक्त के द्वारा जांच कमेटी बनाई जाने के बाद मामले की जांच शुरू की गई है। स्टॉक और कागजातों के मिलान के बाद ही पूरा मामला सामने आ पाएगा। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार से कागजात सामने आए हैं। वैसे में प्रतीत होता है कि अभी तक पूर्व एजीएम के द्वारा वर्तमान एजीएम को पूरी तरह से हैंडोवर नहीं किया गया है।