छपरा के सदर अस्पताल में आए दिन कोई ना कोई खामियां नजर आ ही जाती है। ऐसा लगता है कि उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव का स्वास्थ्य विभाग शायद ही कभी सही ढंग से काम करेगा। छपरा के सदर अस्पताल की स्थिति यह है कि जब वहां पर एक मरीज आता है, जिसे बिच्छू ने डंक मार दिया तो वहां ना कंपाउंडर दिखते हैं ना डॉक्टर। दिखा तो सिर्फ सिक्योरिटी गार्ड, जो मरीज को इंजेक्शन लगाता है। इमरजेंसी के आगे गेट पर रखा स्ट्रेचर खून से लथपथ घंटों से पड़ा था। अगर कोई मरीज इलाज के लिए आता है तो उस स्ट्रेचर का इस्तेमाल नहीं कर पाता। ऐसे में स्वास्थ्य विभाग और अस्पताल प्रशासन को अस्पताल की व्यवस्थाओं में सुधार लाने की बहुत जरूरत है।