बिहार में सिपाही बहाली परीक्षा में बड़े पैमाने पर धांधली सामने आने के बाद परीक्षा कैंसिल कर दी गई। 1 अक्टूबर को हुई परीक्षा रद्द कर दी गई है इसके साथ ही 7 और 15 अक्टूबर को होने वाली परीक्षा को भी रद्द कर दिया गया है। दरअसल पेपर लीक होने के बाद परीक्षा रद्द की गई। पेपर लीक मामले को लेकर डीजीपी भट्टी एक्शन मोड में हैं। जाँच के लिए डीजीपी भट्टी ने एक एसआईटी का गठन किया है। जिसका नेतृत्व आईपीएस मानवजीत सिंह ढिल्लो करेंगे।
SIT में काबिल असफर
जाँच के लिए जो एसआईटी गठित की गई। उसमें राज्य के काबिल अफसरों को रखा गया है। एसआईटी में मानवजीत सिंह ढिल्लो और सुशील कुमार का नाम शामिल है। आर्थिक अपराध इकाई की एसआईटी टीम में 2 तेज तर्रार आईपीएस अधिकारी, 6 डीएसपी, 13 इंस्पेक्टर, 2 अवर निरीक्षक शामिल है। ये सभी मिल कर सिपाही भर्ती पेपर लीक मामले की जाँच करेंगे। इस परीक्षा में अब तक 22 जिलों में 74 एफआईआर दर्ज हुई थी।
अबतक 150 से ज्यादा गिरफ्तार
बता दें कि पेपर लीक मामले में अबतक सॉल्वर गैंग के मेंबर्स समेत 150 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया गया था। जिनके पास से पुलिस वे इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस, ब्लू टूथ और कई लैपटॉप और जैमर तक बरामद किए थे। सबसे ज्यादा भोजपुर में 10, भागलपुर में नौ, नालंदा में सात, नवादा में छह, सहरसा में पांच, पटना व लखीसराय में चार, रोहतास, मुंगेर व मधेपुरा में तीन-तीन, जहानाबाद व जमुई में दो-दो, अरवल, मोतिहारी, औरंगाबाद, बेगूसराय व शेखपुरा में एक-एक और सहरसा में पांच FIR दर्ज की गई हैं।