बिहार में जाति आधारित गणना की रिपोर्ट जारी होने के बाद से सियासत गरमाई हुई है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव अपनी सरकार की पीठ थपथपा रहे हैं। वहीं जिसकी जितनी भागीदारी उसकी इतनी हिस्सेदारी की मांग भी जोर पकड़ रही है। जिसके बाद अलग-अलग तरह की मांग भी हो रही है। कोई मुस्लिम मुख्यमंत्री की मांग कर रहे कोई चार उपमुख्यमंत्री बनाने की मांग कर रहा है। इनसब के बीच बिहार को हिन्दू राज्य बनाने की मांग भी हो रही है।
“बिहार को घोषित करे हिन्दू राज्य“
जिसकी जितनी संख्या भारी, उसको उतनी मिले हिस्सेदारी की मांग पर भाजपा विधायक हरिभूषण ठाकुर बचौल ने बड़ी मांग की है। उन्होंने कहा कि बिहार में हिंदुओं की संख्या 81 प्रतिशत से अधिक है। ऐसे में नीतीश सरकार बिहार को हिंदू राज्य घोषित करे। हिंदुओं के मुद्दों को प्रमुखता से रखा जाए, सभी जगह हिंदुओं का बोलबाला हो। उन्होंने कहा कि जिस तरह से राज्य में मुसलमानों की संख्या बढ़ी है यह भी चिंता का विषय है।
“नहीं चलेगा नीतीश-लालू का दांव”
मुसलमानों की संख्या बढ़ने पर सवाल उठाते हुए बीजेपी नेता ने कहा कि बिहार सरकार का परिवार नियोजन और हेल्थ कार्ड कहां चला गया कि मुसलमानों की संख्या इतनी बढ़ गई। यह गंभीर विचार का विषय है। अगर समय रहते नहीं संभले तो आने वाले 40 से 50 वर्षों बिहार में जाति नाम की चीज नहीं बच पाएगी। नीतीश और लालू ने अपना अंतिम दांव चला है जो चलने वाला नहीं है।