देश भर के नागरिकों को मोबाइल फोन में अचानक से इमर्जेंसी अलर्ट मिला रहा। आपदा पर हर एक नागरिक को कुछ मिनटों में संदेश पहुंच सके, इसके लिए एक खास ट्यून तैयार किया गया है। जिसका देश भर मोबाइल उपभोक्ताओं के बीच ट्रायल किया जा रहा है। संदेश एक पॉपअप विंडो के रूप में मिल रहा है, जिसमें लिखा है “आपातकालीन चेतावनी: गंभीर”। संदेश लगातार तेज बीप के साथ भेजा जाता है। साथ ही, यह बीप तब तक सक्रिय रहती है जब तक उपयोगकर्ता ‘ओके’ बटन नहीं दबाते। वहीं फोन पर अचानक मिल रहे इस अलर्ट को लेकर लोग कंफ्यूज भी हैं। कई लोग पूछ रहे हैं कि आखिर सरकार इमर्जेंसी अलर्ट देकर करना क्या चाहती है?
आपातकालीन अलर्ट सिस्टम की हो रही टेस्टिंग
बता दें कि नेशनल डिजास्टर मैनेजमेंट अथॉरिटी (NDMA) की तरफ से आपातकालीन अलर्ट सिस्टम की टेस्टिंग की जा रही है। ऐसे में सरकार की तरफ से रैंडम स्मार्टफोन पर अलर्ट भेजा जा रहा है। यह पिछले एक माहीने से जारी है। यह भारत सरकार के डिपॉर्टमेंट ऑफ टेलिकम्यूनिकेशन की सेल ब्रॉडकॉस्टिंग सिस्टम की तरफ से सैंपल टेस्टिंग के रूप में मैसेज है।
फोन सबसे तेजी से पहुंचने वाला जरिया
सवाल उठता है कि आखिर इमर्जेंसी अलर्ट से सरकार करना क्या चाहती हैं, तो बता दें कि सरकार देश के सभी नागरिकों को आपातकाल को लेकर पहले से सचेत करना चाहती है। जिसके लिए फोन सबसे तेजी से पहुंचने वाला जरिया है, जहां मिनटों में ज्यादा से ज्यादा नागरिकों को अलर्ट भेजा जा सकता है। जिससे लोग आपातकाल के लिए सुरक्षित स्थानों तक पहुंच जाएं। भारत में भूकंप, सुनामी, बाढ़, भूस्खलन, बारिश जैसी घटनाएं होती है। इससे बचने के लिए सरकार की तरफ से इमर्जेंसी अलर्ट दिया जा रहा है।
कई देशों में पहले से मौजूद है यह फीचर
मोबाइल कंपनियों की ओर से कई देशों में इमर्जेंसी अलर्ट फीचर काफी पहले से दिया जाता है। लेकिन भारत में इस फीचर को नहीं दिया जाता था। लेकिन सरकार ने मोबाइल कंपनियों के लिए इस फीचर को देना अनिवार्य कर दिया है। सरकार की तैयारी है कि आपातकालीन हालात में मोबाइल यूजर को तेज अलार्म के साथ मैसेज भेजा जाए। यह अलार्म तक तक बंद नहीं होगा, जब तक आप इमर्जेंसी मैसेज को पढ़ नहीं लेते हैं। दरअसल सरकार तय करना चाहती है कि उस मैसेज को हर तक पहुंचाया जाए। फिलहाल यह फीचर टेस्टिंग फेज में है।