पब्लिक अवेयरनेस फॉर हेल्थफुल एप्रोच फॉर लिविंग (पहल) एवं विश्व हेपेटाईटिस एलाईन्स के तत्वाधान में सोमवार को ”फाइ्रब्रोस्कैन लिवर” जांच एवं जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जागरूकता कार्यक्रम डॉ. दिवाकर तेजस्वी क्लिनिक, एक्जीविशन रोड में किया गया। जिसमें 50 लोगों का निःशुल्क फाइ्रब्रोस्कैन लिवर जांचा गया। 50 में 20 लोगों में फैटी लिवर की शिकायत पायी गयी।
लिवर ग्रेड-III एवं IV अत्यंत गंभीर
इस अवसर पर ”पहल” के चिकित्सा निदेशक एवं वरिष्ठ विशेषज्ञ डॉ. दिवाकर तेजस्वी ने बताया कि ‘फैटी लिवर’ लिवर की खराबी का एक प्रमुख कारण है, जिसे खान-पान में परिवर्तन, व्यायाम एवं चिकित्सीय देख-रेख में दवाई के द्वारा नियंत्रण में रखा जा सकता है। उन्होंने फैटी लिवर ग्रेड-III एवं IV को अत्यंत गंभीर बताया तथा तत्काल चिकित्सीय सलाह लेने की बात कही। डॉ. तेजस्वी ने बताया कि निष्क्रिय जीवन शैली, अत्यधिक कैलोरी और चर्बीयुक्त भोजन करने से फैटी लिवर की समस्या हो सकती है। लिवर के बचाव हेतु अनावश्यक दवाओं के प्रयोग से बचना चाहिए तथा शुद्ध खाना एवं शुद्ध पेयजल का सेवन करना चाहिए।