DHANBAD : गैंगस्टर अमन सिंह हत्याकांड मामले में पुलिस जांच कर रही है। इस मामले में पुलिस लगातार नये नये खुलासे कर रही है। पुलिस अमन पर गोली चलाने वाले रितेश यादव उर्फ सुंदर महतो से सरायढेला में लगातार पूछताछ कर रही है। पूछताछ में पुलिस को पता चला है कि यूपी का शूटर रितेश प्लान बनाकर जेल आया था। इसके बाद उसने अमन सिंह से नजदीकी बनाई। उसका विश्वास जीता और उसके गुडबुक में शामिल हो गया। उसका सेवक बनकर पैर दबाने लगा। लेकिन अमन को क्या पता था कि उसका पैर दबाने वाला ही उसे गोलियों से भून देगा।
जेल अस्पताल के वार्ड में लगे सीसीटीवी कैमरे के फूटेज की पुलिस लगातार जांच कर रही है। अमन की हत्या के 15 मिनट पहले रितेश अमन के वार्ड में आता है। इसके बाद वह पर्दे के पीछे से अमन के सेवादार से इशारे में कुछ बात करता है, फिर वह चला जाता है। कुछ वक्त बाद फिर वह वहां आता है। इस बार वह अमन के वार्ड में अंदर जाता है उससे और उसके सेवादार से कुछ बात करता है, फिर वापस चला जाता है। थोड़ी देर बाद फिर वापस आता है, उस वक्त अमन अकेले वार्ड में बेड पर लेटकर गाना सुन रहा होता है। सोये अवस्था में ही रितेश अमन को पहली गोली मारता है। इसके बाद दनादन उसे कई गोलियां मारता है। अंत में सिर में गोली मारता है। पूरी तरह से संतुष्ट होने के बाद वह जेल के बाथरूम में घुस जाता है। फिर 15 मिनट बाद वहां से बाहर आता है।
बता दें कि गैंगस्टर अमन सिंह ने कुछ दिन पहले अपनी हत्या की आशंका जताई थी। उसने 18 जुलाई 2022 में धनबाद जेल में पेशी के दौरान मीडिया के सामने चिल्ला-चिल्लाकर कहा था कि मुझे जान का खतरा है। इस कारण से वह जेल में अपने आसपास लोगों को भटकने नहीं देता था। गिने-चुने लोग ही उसके वार्ड के अंदर आते थे। इनमें से एक था रितेश यादव। रितेश 25 नवंबर को ही जेल आया था। दो दिन के अंदर ही वह अमन का करीबी बन गया। उसका सेवक बनकर पैर दबाने लगा, लेकिन अमन को क्या पता था कि उसका पैर दबाने वाला ही उसे गोलियों से भून देगा।