बिहार के चार पुलिस पदाधिकारियों को उनके बेहतर कार्य के लिए केंद्रीय गृहमंत्री मेडल से सम्मानित किया गया है। इसमें चंपारण क्षेत्र के DIG जयंतकांत के साथ, शेखपुरा के एसपी कार्तिकेय शर्मा, एटीएस के एसपी संतोष कुमार और खड़गपुर हवेली के डीएसपी राकेश कुमार शामिल हैं। सभी चारों अधिकारियों को बेहतर इन्वेस्टिगेशन के लिए यह मेडल दिया गया है।
साइबर क्राइम के उद्भेदन में जयंतकांत को मेडल
मिली जानकारी के अनुसार चंपारण क्षेत्र के DIG जयंतकांत को गृह मंत्री मेडल साइबर क्राइम के एक बड़े मामले के उद्भेदन में दिया गया है। मुजफ्फरपुर में एसएसपी रहते जयंतकांत ने सिम स्वैपिंग के बड़े रैकेट का खुलासा किया था। पुलिस जांच के क्रम में पंजाब नेशनल बैंक के मोबाइल बैंकिंग सॉफ्टवेयर में एक तकनीकी गड़बड़ी पकड़ी गई थी। बाद में पटना उच्च न्यायालय ने पंजाब नेशनल बैंक को जयंत कांत के साथ बात कर इस तकनीकी खामी को दूर करने का आदेश दिया था। इस मामले के अनुसंधान के क्रम में 3 करोड़ रुपए जब्त किए गए और 5 अलग-अलग जिलों में दर्ज किए गए 12 कांडों का उद्भेदन किया गया।
वहीं आईपीएस संतोष कुमार को शिवहर में एसपी रहते हुए एक रे’प व ह’त्या के मामले का खुलासा करने के लिए सम्मानित किया गया है। सम्मानित होने वाले डीएसपी राकेश कुमार भी उस वक्त शिवहर में ही SDPO के पद पर कार्यरत थे। दोनों ने एक नाबालिग बच्ची के रे’प व ह’त्या के बाद 60 दिन से कम समय में जांच कर, 19 महीने में आरोपियों को सजा दिलाई थी।
जबकि कार्तिकेय शर्मा को डकैती के दौरान ह’त्या करने के एक मामले को 15 दिनों में सुलझाने के लिए सम्मानित किया गया है। बरबीघा में डकैती के दरम्यान 17 साल के युवक की हत्या कर दी गई थी। तब IPS कार्तिकेय शर्मा वहां SP थे। महज 15 दिनों के अंदर 6 अपराधियों को पकड़ा। एक फरार अपराधी के संपत्तियों की कुर्की-जब्ती की। साथ ही स्पीडी ट्रायल के जरिए अपराधियों को सजा दिलाई गई।