बिहार में शराबबंदी कानून लागू हुए सालों गुजर गए। इसके बाद भी इसपर पूरी तरह कंट्रोल नहीं किया जा सका है। आज भी शहर से लेकर ग्रामीण इलाकों में शराब की बिक्री धड़ल्ले से होती है। कई बार तो शराब तस्करी में पुलिस महकमे के शामिल होने की खबर आती रही है अभी हाल ही में थाने से शराब की तस्करी सामने आई है। वहीं बिहार के सीएम नीतीश कुमार बिहार में शराबबंदी होने का दावा करते है। जबकि हकीकत कुछ और ही है। इसी से जुड़ा ताजा मामला मुजफ्फरपुर से निकल कर सामने आया है। जहां शराब के नशे में धुत मुखिया को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
मामले को लेकर बताया जा रहा है कि मुजफ्फरपुर जिले के काजी मोहम्मदपुर थाना क्षेत्र इलाके में दरोगा साकेत कुमार दलवल के साथ गस्ती कर रहे थे। इसी दौरान किसी ने यह सूचना दी की आरडीएस कॉलेज चौक के समीप दो लोग हंगामा कर रहे हैं। सूचना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में दोनों ने अपना नाम देवेंद्र कुमार और संजीव कुमार बताया। पुलिस टीम ने दोनों को थाना लेकर आई और ब्रेथ एनालाईजर टेस्ट की तो दोनों के शराब पीने की पुष्टि हुई।
पूछताछ में देवेंद्र कुमार मांझी ने बताया कि वह कुढ़नी प्रखंड के हरिशंकर मनियारी का मुखिया भी है। हालांकि, शराब के नशे में होने के कारण पुलिस ने मुखिया जी को गिरफ्तार कर लिया। बता दें कि देवेंद्र कुमार मांझी पर पहले भी कई आरोप लगते आए है। लोगों का कहना है कि सरकारी योजनाओं से जो काम करते है वह अपनी मर्जी से करते है कोई इसका विरोध करता है तो उसे झुठे केस में फंसाने की धमकी देते है। हालांकि इस बार वह खुद ही फंसते दिख रहे हैं।
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