बीजेपी के झारखंड प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी (Babulal Marandi) शुक्रवार को चंपई सोरेन की गठबंधन सरकार पर जमकर हमला किया है. शिक्षा, भ्रष्टाचार समेत कई मसलों पर हमला बोलते हुए उन्होंने प्रतियोगी परीक्षाओं के पेपर लीक से लेकर राइट टू एजुकेशन के तहत गरीब छात्रों को स्कूलों में दाखिला नहीं मिलने पर सीधे सरकार को जिम्मेदार ठहराया है.
बीजेपी नेता बाबूलाल मरांडी ने सोरेन सरकार पर आरोप लगाया कि भ्रष्टाचार का दूसरा नाम झारखंड स्टाफ सेलेक्शन कमीशन बन गया है. यहां पर भ्रष्टाचार का बोलबाला है. इसके कारण कमीशन न तो सही से परीक्षा करा पा रहा है और न ही परीक्षा के परिणाम जारी कर पा रहा है. इसके कारण युवाओं को मानसिक यातनाओं से गुजरना पड़ रहा है. आगे उन्होंने कहा कि सब कुछ देखते हुए भी राज्य सरकार जेएसएससी की भ्रष्ट कार्यशैली पर ब्रेक लगाने के बदले उसे संरक्षण देने का काम कर रही है.
बाबूलाल मरांडी का चंपई सोरेन सरकार पर हमला
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर मरांडी ने लिखा- “झारखंड सरकार शिक्षा के प्रति इतनी संवेदनहीन है कि शिक्षा विभाग के लिए कोई मंत्री तक नियुक्त नहीं किया गया है, जिसका दुष्परिणाम झारखंड के गरीब छात्रों को भुगतना पड़ रहा है. शिक्षा विभाग के ढुलमुल रवैये का फायदा उठाकर प्राइवेट स्कूल जमकर नियमों की अवहेलना कर रहे हैं और बीपीएल छात्रों के लिए सुरक्षित सीटों पर भी नामांकन लेने से मना कर रहे हैं.
झारखंड के युवाओं का हक छीनने का आरोप
इसके साथ ही मरांडी ने एक अन्य पोस्ट में पूर्व की हेमंत सोरेन सरकार पर युवाओं का हक छीनने का आरोप लगाया. उन्होंने लिखा, “जेएमएम-कांग्रेस-राजद ठगबंधन की भ्रष्ट सरकार ने 60-40 नियोजन नीति लागू कर स्थानीय युवाओं के रोजगार का हक छीन लिया है. बेरोजगारी भत्ता और घर के एक सदस्य को नौकरी देने के नाम पर युवाओं का शोषण करने वाली इस निकम्मी सरकार को राज्य की युवा शक्ति मुंहतोड़ जवाब देगी.”