क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर अपनी पत्नी अंजली तेंदुलकर के साथ शनिवार को रांची पहुंचे। यहां उन्होंने फुटबॉल खेलने वाले बच्चों का हौसला बढ़ाया। रांची के बिरसा मुंडा एयरपोर्ट पर पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा कि यहां फुटबॉल खेलने वाले जूनियर खिलाड़ियों के प्रोत्साहन के लिए आया हूं। सचिन ने ओरमांझी में युवा फाउंडेशन का दौरा किया। यहां बच्चों से मुलाकात की। उनके साथ खेलते, मस्ती करते नजर आए।
इस दौरान सचिन ने बताया कि हमारा फाउंडेशन शिक्षा, स्वास्थ्य और खेल के क्षेत्र में काम करता है। हम युवा फाउंडेशन का सहयोग कर रहे हैं। बच्चों को खेलते हुए देखकर मुझे अपना बचपन याद आ गया। इनके साथ मैंने जन्मदिन का केक भी काटा है। बता दें कि 24 अप्रैल को सचिन तेंदुलकर का बर्थडे हैष
युवा इंडिया संस्था रांची से सटे ओरमांझी ब्लॉक में काम करती है। सचिन तेंदुलकर फाउंडेशन भी इसी के साथ मिल कर काम करती है। दोनों ही संस्थान झारखंड के आदिवासी और गरीब बच्चों को फुटबॉल सिखाती है। मौके पर सचिन ने बताया कि उनका फाउंडेशन तीन चीजों पर काम करता है- पहला शिक्षा, क्योंकि उनके पिता प्रोफेसर थे, दूसरा स्वास्थ्य- उनकी पत्नी अंजलि तेंदुलकर डॉक्टर हैं और तीसरा खेल- सचिन खुद क्रिकेट लीजेंड हैं। दोनों फाउंडेशन बच्चों क विशेष ट्रेनिंग भी देती है।
रांची से लगभग 20 किलोमीटर दूर ओरमांझी प्रखंड में युवा इंडिया ग्रामीण लड़कियों को फुटबॉल का प्रशिक्षण देते हैं। इस मुहिम को अमेरिका के मिनोसोटा में रहने वाले फ्रेंज गैसलर चलाते हैं। उन्होंने ग्रामीण बच्चियों को फुटबॉल सिखाने की शुरुआत 2009 में की। लगभग 15 साल के इस सफर में उन्होंने अब तक सैकड़ों लड़कियों को ट्रेंड कर चुके हैं। यहां फुटबॉल सीखने वाली लड़कियों ने कई प्रतियोगिता में हिस्सा भी लिया है।