DHANBAD: भारतीय नागरिक होने के बावजूद एक क्षेत्र विशेष में रहने वाले कुछ लोगों को अपने ही देश में दूसरे देश के होने का दंश झेलना पड़ता है। कुछ तथाकथित लोग उन्हें दूसरे देश रहने वाले बोलकर अपमानित करते हैं। इस अपमान से छुटकारा पाने के लिए एक शख्स तपती धूप में पिछले 5 महीनों से साइकिल से भारत यात्रा पर है। इसी क्रम में वह शख्स धनबाद पहुंचा। अलग-अलग राज्यों में भ्रमण के दौरान वह लोगों को अपनी बात बता रहा है। उन्हें समझाने की कोशिश कर रहा है कि उसका समाज भी भारत का नागरिक है। वो भी भारत मे जन्म लिया हैं। सिर्फ नयन नक्श के वजह से उसे चाइनीज न समझा जाये।
हम भी भारत माता के बेटे हैं
पश्चिम बंगाल के अलीपुरद्वार के असम बॉर्डर के समीप रहने वाले कार्तिक नगण्य ने नौ राज्यों का साइकिल से भ्रमण कर लिया है। वह बंगाल, बिहार, यूपी, दिल्ली, हरियाणा , पंजाब और हिमाचल प्रदेश की यात्रा पूरी कर झारखंड पहुंचा है। इसके बाद उड़ीसा,छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, तमिलनाडु एवं दक्षिण भारत की यात्रा पर निकलेंगे। उन्होंने बताया कि वह भारतीय नागरिक है।
शारीरिक बनावट के कारण उन्हें लोगों के हंसी का पात्र बनना पड़ता है। लोग यह कहकर मजाक उड़ाते हैं कि हम चीन के हैं या फिर दूसरे देश के रहने वाले हैं। हम लोगों को यह बताना चाहते हैं की हम भी भारत के नागरिक हैं। हम अपने देश के प्रति पूरी तरह से समर्पित है। हम नार्थ ईस्ट के रहनेवाले लोग हैं। हमे लोग उपेक्षा की दृष्टी से ना देखें। हम भी भारत माता के बेटे हैं। हम भी भारतीय है। हमारी शारीरिक बनावट थोड़ा अलग है। लेकिन इससे यह नही कहा जा सकता है कि हम भारतीय नही है।