लैंड फॉर जॉब घोटाला में लालू परिवार की मुश्किलें अब और बढ़ गई हैं। दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट ने राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव, उनकी पत्नी एवं पूर्व सीएम राबड़ी देवी, बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव समेत अन्य सभी 17 आरोपियों को कोर्ट में बुलाया है। अदालत ने सभी आरोपियों को 4 अक्टूबर को हाजिर होने का निर्देश दिया है। इस मामले को लेकर जदयू की तरफ से भी प्रतिक्रिया सामने आई है। जदयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा लालू परिवार के बचाव में उतरते हुए केंद्र सरकार पर हमला बोला है। वही जदयू नेता और मंत्री अशोक चौधरी कुछ भी बोलने से बचते नजर आए।
“BJP कर रही प्रेशर पॉलिटिक्स“
लैंड फॉर जॉब मामले जदयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा ने कहा कि यह प्रेशर बनाने की पॉलिटिक्स हो रही है। यह सब भारतीय जनता पार्टी की करामात है और जो लोग भाजपा के साथ छोड़ते हैं सभी जगह सीबीआई की दस्तक हो जाती है। उन्होंने कहा कि एजेंसियां सामाजिक संस्थाएं हैं, उसका दुरुपयोग किया जा रहा है। अब चरम सीमा पार की जा रही है। कई बार पहले जांच हो चुकी है और सभी मामले को लटका कर रखा जाता है। उन्होंने कहा कि राजद हमारे साथ है इसलिए भाजपा ये प्रेशर पॉलिटिक्स कर रही है ।
सवाल से बचते दिखे मंत्री अशोक चौधरी
लैंड फॉर जॉब मामले में लालू परिवार पर समन जारी किए जाने को लेकर मंत्री अशोक चौधरी से भी सवाल पूछा गया। जिसपर उन्होंने कहा कि यह तो न्यायालय का मामला है। न्यायालय इस पूरे मामले को देखेगा। इसमें हम लोग सीधे तौर पर कोई टीका टिप्पणी नहीं कर सकते हैं।