पूर्व भारतीय क्रिकेटर महेंद्र सिंह धोनी ने मद्रास हाई कोर्ट में IPS ऑफिसर जी संपत कुमार के खिलाफ मान हानि का केस किया है। यह मामला आईपीएल से जुड़ा है और धोनी ने अपने खिलाफ मैच फिक्सिंग के आरोप लगाने के लिए अधिकारी से 100 करोड़ रुपये का मुआवजा भी मांगा है। कुमार ने ही 2013 के आईपीएल स्पॉट फिक्सिंग और सट्टेबाजी के मामलों की जांच की थी। वहीं धोनी ने अपनी याचिका में कहा है कि आईपीएस अधिकारी ने अपनी लिखित प्रतिक्रिया में ऐसी टिप्पणी की है, जिससे उनके मान-सम्मान को हानि पहुंची है। धोनी ने कोर्ट से इसे निषेधाज्ञा की अवमानना मानने की गुजारिश की है। इस मामले पर मद्रास हाई कोर्ट में शुक्रवार को सुनवाई होनी थी। लेकिन समय की कमी के कारण सुनवाई नहीं हो सकी। अब मंगलवार यानी 8 नवंबर को सुनवाई हो सकती है।
कोर्ट के आदेश की अवमानना के चलते मद्रास हाई कोर्ट पहुंचे
अदालत ने 2014 में संपत कुमार को एमएस धोनी के खिलाफ कोई भी कमेंट से रोक दिया था। हालांकि, अधिकारी ने कथित तौर पर शीर्ष अदालत के समक्ष एक हलफनामा दायर किया था और बताया गया कि इसमें न्यायपालिका और मद्रास उच्च न्यायालय के खिलाफ “अपमानजनक” टिप्पणी की थी। धोनी अधिकारी द्वारा कोर्ट के आदेश की अवमानना के चलते मद्रास हाई कोर्ट पहुंचे हैं।
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माही ने इस मामले में एक निजी चैनल के खिलाफ भी केस किया था
बता दें कि यह मामला 2013 के इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में स्पॉट फिक्सिंग और सट्टेबाजी से जुड़ा है। इस केस की जांच IPS संपत कुमार ने की थी। आईपीएस अधिकारी संपत कुमार ने इस मामले में धोनी के खिलाफ टिप्पणी की थी। उन्होंने कहा था कि धोनी 2013 के IPL मैचों में हुई सट्टेबाजी और स्पॉट फिक्सिंग में शामिल थे। उनकी बयानबाजी के बाद धोनी मद्रास हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था और संपत पर मान हानि का केस किया था। साथ ही बयानबाजी पर रोक लगाने की अपील की थी। माही ने इस मामले में एक निजी चैनल के खिलाफ भी केस किया था।