नीलेश मुखिया हत्याकांड में पुलिस ने एक अन्य आरोपी को गिरफ्तारी किया है। आरोपी गोरख राय की झारखंड से गिरफ्तारी हुई है। वहीं इस घटना का मुख्य आरोपी गोरख राय का भाई पप्पू राय, धप्पू राय अभी भी फरार है। हालांकि इस मामले में अभी तक गोरख राय को लेकर अब तक कुल 9 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। वहीं इस मामले में पुलिस का कहना है कि नीलेश मुखिया की हत्या वर्चस्व की लड़ाई में की गई थी। इसके लिए 25 लाख रुपए की सुपारी दी गई थी। घटना के पहले से ही आरोपी गोरख राय का भाई पप्पू राय, धप्पू राय तीनों भाइयों ने पटना शहर छोड़ दिया था। पटना छोड़ने के बाद हत्या की प्लानिंग की गई थी।
अन्य आरोपी की तलाश जारी
वहीं इस मामले को लेकर पटना सिटी एसपी वैभव शर्मा ने बताया कि जेल भेजे गए विशाल कुमार उर्फ अजय राय ने पूछताछ के दौरान बताया कि इस पूरे कांड के मुख्य षड्यंत्रकर्ता पप्पू, धप्पू और गोरख राय थे। नीलेश मुखिया को मारने के लिए इन लोगों की ओर से 25 लाख रुपए की सुपारी दी गई थी। इसी मामले में गोरख राय की गिरफ्तारी झारखंड के लोहरदगा जिले से हुई है। पुलिस का कहना है कि गोरख राय ने स्वीकार किया है कि इस घटना में उसकी संलिप्तता थी। 8-10 वर्षों से चली आ रही वर्चस्व की लड़ाई को समाप्त करने के लिए उसने अजय राय को पैसे दिए थे। वहीं अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस लगातार छापेमारी कर रही है।
31 जुलाई को मारी गई थी नीलेश मुखिया को गोली
बता दें कि 31 जुलाई को दिनदहाड़े दीघा थाना क्षेत्र स्थित अपने निजी आवास से पार्षद कार्यालय जाने के दौरान कार्यालय के समीप पाटलिपुत्र थाना क्षेत्र में बीच सड़क पर अपराधियों ने नीलेश मुखिया को गोली मार दी थी। नीलेश मुखिया को बेहतर इलाज के लिए दिल्ली भेजा गया था जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई।