मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जीतन राम मांझी को लेकर जिस तरह से विधानसभा में बोला उसको लेकर जीतन राम मांझी ने कहा कि मैं राज्यपाल से मुलाकात करूँगा और ये मांग करूँगा कि बिहार में राष्ट्रपति शासन लागू हो। जीतन राम मांझी ने कहा कि मैं उनसे उम्र में भी बड़ा हूँ फिर भी वह तू-तड़ाक करके बोल रहे थे। मैं उनसे पहले से यहाँ का सदस्य हूँ, 1980 से मैं बिहार विधानसभा का सदस्य हूँ। वह 1985 में पहली बार सदस्य बने। मैं उनसे उम्र में भी 5 साल बड़ा हूँ फिर भी वो मुझे तू-तड़ाक कर के बोल रहे थे।
सीएम नीतीश ने एक्स सीएम मांझी को बताया बिना सेंस का
मांझी पर भड़के नीतीश
दरअसल, विधानसभा में जीतन राम मांझी ने कहा कि वो जातीय गणना एक आकड़े को गलत बता रहे थे। जिसपर नीतीश कुमार भड़क गए। नीतीश कुमार ने कहा कि “इनको (जीतन राम मांझी) कुछ आइडिया नहीं है। इनको कोई सेंस नहीं है। ऐसे ही बोलते रहता है। हम बोले थे कि आप ही लोग (भाजपा) के साथ ही रहे। लेकिन भाग कर चला आया था। इसके बाद हम फिर भगा दिए। सीएम ने आगे कहा कि “कोई सेंस है इसको? आप लोगों (भाजपा) को जब छोड़ दिए थे, 2013 में और अकेले थे। हम इसको (जीतन राम मांझी) बना दिए। इसके बाद मेरी पार्टी का लोग दो माह में कहने लगा कि गड़बड़ है इसको हटाइए। कहता रहता है कि ये भी मुख्यमंत्री थे। क्या मुख्यमंत्री था? ये तो मेरी मूर्खता से मुख्यमंत्री बना। बिना मतलब का रोज इसको पब्लिश करती है मीडिया। कोई सेंस नहीं है इसको।”