एनआईए की टीम ने पूर्वी चंपारण के मधुबन और छपरा के मढ़ौरा में दबिश दी है। मधुबन थाने के कौड़िया गांव में नक्सली नेता रामबाबू राम उर्फ प्रहार उर्फ राजन के घर पर पटना से आयी पांच सदस्यीय एनआईए की टीम ने छापेमारी। वहीं, छपरा के मढौरा में अवारी निवासी बाबूलाल महतो के घर एनआईए की टीम ने करीब छह घंटे तक सर्च अभियान चलाया। बाबूलाल के नक्सली नेता होने के संदेह में टीम ने यहां छापेमारी की। इस दौरान कई कागजात जब्त होने की सूचना है।
4 घंटे चली एनआईए की कार्रवाई
भाकपा (माओवादी) के स्वयंभू क्षेत्रीय कमांडर राम बाबू राम उर्फ राजन और प्रतिबंधित संगठन के एक सक्रिय सदस्य राम बाबू पासवान उर्फ धीरज के बीच संबंधों का पता लगाने के लिए पूर्वी चंपारण के मधुबन में छापे मारे। दोनों को राज्य पुलिस ने चार मई को गिरफ्तार किया था और फिलहाल वे न्यायिक हिरासत में हैं। मामला दो एके-47 राइफल, पांच मैगजीन और 460 गोला-बारूद की जब्ती से संबंधित है, जो पश्चिम चंपारण जिले के बरियाकला गांव के निकट एक वन क्षेत्र में दबे हुए पाए गए थे। मधुबन में प्रहार के घर एनआईए की कार्रवाई चार घंटे चली। इस दौरान एनआईए की टीम ने रामबाबू राम के भाई श्यमबाबू राम, संजय राम व परिवार के अन्य सदस्यों से भी घंटों पूछताछ की।
रामबाबू पर नक्सली कांड के 9 मामले दर्ज
रामबाबू राम पर मधुबन थाने में नक्सली कांड के 9 मामले दर्ज हैं। वह कई मामलों का अप्राथमिक अभियुक्त भी है। 4 मई 2023 को बेतिया में एसटीएफ के हाथों में चढ़ने के बाद से वह जेल में है। वर्ष 2005 के 23 जून को मधुबन में हुए माओवादियों के ऑपरेशन धमाका व 19 दिसम्बर 2007 में राजेपुर के कदमा ग्राम में सीआरपीएफ के साथ हुई मुठभेड़ के बाद वह सुर्खियों में आया। जिसमें एसबीआई की शाखा मधुबन के गार्ड रूप नारायण सिंह व मधुबन थाना के सिपाही नासिर हुसैन की माओवादियों ने गोली मारकर हत्या कर दी गयी थी। वहीं कदमा गांव में हुई मुठभेड़ में सीआरपीएफ के सहायक कमांडेंट विनय कुमार कपिल,कांस्टेबल हनुमंत विरादर व पंकज कुमार शहीद हो गए थे।
बाबूलाल महतो से भी पूछताछ
छपरा के मढ़ौरा में एनआईए ने बाबूलाल महतो से पूछताछ की। टीम ने घर का कोना-कोना छान मारा। घर से अन्य कागजात के साथ-साथ प्रतिबंधित नक्सली संगठन माओवादी की सदस्यता रसीद की करीब पांच वॉल्यूम बरामद हुई। उसे जब्त कर एनआईए की टीम अपने साथ ले गई। इसके अलावा बाबूलाल महतो के मोबाइल और उनकी डायरी भी साथ ले गई। जांच सुबह करीब 4 बजे से करीब 10 बजे तक चली। बाबूलाल महतो ने बताया कि उनके नक्सली नेता होने के संदेह में एनआइए की टीम ने उनके घर कई घंटे तक जांच की। उन्होंने एनआईए टीम को जरूरी सहयोग किया।