राजद के शिक्षा मंत्री प्रो. चंद्रशेखर द्वारा मंदिर को गुलाम का रास्ता बताए जाने पर केंद्रीय मंत्री नित्यानंद राय ने कहां की मंदिर गुलामी का रास्ता नहीं है मंदिर भारत के संस्कार और मर्यादा का रास्ता है । नित्यानंद राय ने महागठबंधन पर करारा हमला करते हुए कहा की महागठबंधन की सरकार को न जाने क्यों भगवान राम और राम मंदिर से इतनी नफरत है और राजद के नेता जिस तरह के बयान दे रहे हैं वह मुख होता है इस बयान के पीछे लालू प्रसाद यादव और बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव का चेहरा छिपा है। अब महागठबंधन के नेता बाबर और अफजल गुरु की तस्वीर की पूजा करेंगे । नित्यानंद राय ने कहा कि आज विपक्ष के नेता बयान देते हैं कि जब कोई बीमार पड़ेगा तो मंदिर जाएगा या अस्पताल जाएगा, शायद उन्हें पता नहीं कि लोगों को जब जरूरत पड़ेगी तब मंदिर जाएंगे और जब जरूरत पड़ेगी तब अस्पताल, लोगों को मंदिर की भी जरूरत है और अस्पताल की भी, इन्हें क्या पता है जो परिवारवाद की राजनीति कर रहे हैं ।
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“राजद विधायक नेता के नियत में खोट है”
22 जनवरी को रामलला की प्राण- प्रतिष्ठा है जिसको लेकर बिहार में राजनीति शुरु हो गई है। राजद के विधायक अजय यादव ने राम मंदिर को लेकर विवादित बयान देते हुए कहा कि इस मंदिर के उद्धाटन के दौरान बीडेपी बड़ा हमला करवा सकती है। इसके बाद इस मामले में भाजपा के नेता और केंद्रीय मंत्री नित्यानंद राय ने पलटवार किया है। राजद पर हमला बोलते हुए नित्यानंद राय ने कहा कि लगता है राजद नेताओं के नियत में खोट है आखिरकार बीजेपी ब्लास्ट क्यों करवाएगी । अयोध्या में बीजेपी का कोई कार्यक्रम नहीं है हालांकि राम मंदिर के उद्घाटन समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जरूर जा रहे हैं। साधु संतों से लेकर हजारों राम भक्त वहां मौजूद होंगे और हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तो आवाहन किया है कि 22 जनवरी को वही अयोध्या आए जिन्हें बुलाया गया है और राजद विधायक के द्वारा इस तरह की बात करना कहीं ना कहीं यह दर्शाता है कि उनकी नियत में कोई खोट है ।