मोतिहारी में हुए गैंगवार में बिजली विभाग के ठेकेदार ओम प्रकाश सिंह उर्फ बाबू साहेब की ह’त्या कर दी थी। गैंगवार के दौरान ठेकदार 30 गोलियां मारी गईं। इस मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। मोतिहारी में बिजली ठेकेदार की हत्या के तार 1000 किलोमीटर दूर दिल्ली की तिहाड़ जेल से जुड़ रहे हैं। सूत्रों से आ रही सूचना के अनुसार तिहाड़ जेल में बंद कुख्यात अपराधी विकास झा उर्फ कालिया ने जेल में बैठकर इस मर्डर की पूरी कहानी लिखी थी। तिहाड़ से आदेश मिलने के बाद उसके गुर्गों ने इजोरबारा गांव में ठेकेदार पर गोलियां बरसाईं।
चार पिस्टल की पूरी मैगजीन खाली कर दी
जानकारी के अनुसार, संतोष झा की हत्या के बाद से ओम प्रकाश सिंह मुकेश पाठक का राइट हैंड बन चुका था। वो उसकी राय के बिना कोई काम नहीं करता था। संतोष झा की हत्या में बाबू साहेब के शामिल होने की बात सामने आई थी, जिसके बाद से झा गैंग का गुर्गे इसके पीछे लगे हुए थे। झा गैंग ने कई बार बाबू साहेब की हत्या की कोशिश की, लेकिन वह हर बार बच निकलता था। इस बार विकास झा उर्फ कालिया ने जेल में बैठकर शतरंज की चाल कुछ इस कदर चली कि लक्ष्मीनिया गांव का बाबू साहेब उसमें फंस गया। गुर्गों ने चार पिस्टल की पूरी मैगजीन बाबू साहेब पर खाली कर दी।
तीन लेयर में थे अपराधी
बाबू साहेब के पीछे तीन लेयर में अपराधी लगे हुए थे। पहले दरवाजे पर, दूसरे परसौनी मठ के पास और तीसरे रास्ते में। जैसे ही बाबू साहेब ने मुजफ्फरपुर के लिए इजोरबारा से होकर निकलने के लिए गाड़ी घुमाई, वैसे ही लाइनर ने तीसरी टीम को सूचना दे दी। जहां टाटा सूमो में सवार अपराधियों ने उसे इजोरबारा गांव में घेर कर गोलियों से छलनी कर दी।मोतिहारी एसपी कांतेश कुमार मिश्रा ने बताया कि बाबू साहेब की हत्या में शामिल अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए एसआईटी का गठन किया गया है। इसके साथ ही अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए मोतिहारी पुलिस की अलग-अलग टीम चार जिले मोतिहारी, शिवहर, सीतामढ़ी और मुजफ्फरपुर में छापेमारी कर रही है।