जन सुराज पदयात्रा में लगे प्रशांत किशोर ने बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव और भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी पर तंज कसा है। प्रशांत किशोर ने दोनों की योग्यता पर सवाल उठाया है। उन्होंने तेजस्वी यादव को नौवीं पास तक बताया है। वैसे प्रशांत किशोर अक्सर ही परिवारवाद को लेकर लालू यादव और तेजस्वी यादव पर हमलावर रहते हैं। लेकिन इसबार उन्होंने सम्राट चौधरी की योग्यता पर भी सवाल खड़ा करते हुए परिवारवाद का आरोप लगाया है।
तेजस्वी-सम्राट की योग्यता पर उठाया सवाल
दरअसल प्रशांत किशोर की जनसुराज पदयात्रा इनदिनों मधुबनी में चल रही है। मधुबनी जिले के चनौरा गंज में पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने सबसे पहले तेजस्वी यादव को अपने निशाने पर लिया। प्रशांत किशोर ने कहा कि तेजस्वी यादव की पहचान ही क्या है? उनकी पहचान सिर्फ इतना ही है कि वह लालू प्रसाद के बेटे हैं। वे तो नौवीं पास आदमी हैं। वह कहीं से पीएचडी किए हुए हैं तो बताएं किस यूनिवर्सिटी से पीएचडी पास किए हैं। उन्होंने कहा कि नौवीं पास आदमी बिहार का उपमुख्यमंत्री बना हुआ है।
जबकि बिहार में नौवीं पास व्यक्ति को एक नौकरी भी नहीं मिल सकती। ये परिवारवाद नहीं है तो क्या है? प्रशांत किशोर ने भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी की योग्यता पर भी सवाल उठाया। उन्होंने कहा कि सम्राट चौधरी शकुनी चौधरी के बेटे हैं यही उनकि पहचान है। उसी आधार पर भाजपा ने उन्हें प्रदेश अध्यक्ष बना दिया है।
शराबबंदी पूरी तरह फेल
शराबबंदी पर प्रशांत किशोर ने बताया कि बिहार में मंहगाई का कारण शराब बंदी है। बिहार में अन्य राज्यों के अपेक्षा पेट्रोल-डीजल के दाम अधिक है। जमीन रजिस्ट्री करने में भी लोगों को जायदा रुपया का चालान कटाना पड़ता है। बिहार में शराब बंदी पूर्ण रूप से फेल है। सरकार की शराबबंदी करना गलत है। इस में कोई नीति नहीं है।
पूरे बिहार में घर घर शराब पहुँचाया जाता है डिलीवरी की तरह। जिस कारण से बिहार सरकार के राजस्व में काफी घाटा हो रहा है। शराबबंदी से शराब कारोबारी और भ्रष्ट अधिकारी के पॉकेट में पैसा मोटा जा रहा है। बिहार में शराब बंदी बिलकुल गलत है। नीतीश सरकार द्वारा बिहार में शराबबंदी कर राजस्व पूर्ति के लिये डीजल, पेट्रोल, जमीन रजिस्ट्री एवं अन्य चीजों पर ज्यादा राजस्व लिया जा रहा है। जिसका सीधा असर बिहार की आम जनता पर पड़ रहा है।