लोकसभा में DMK के सांसद डी.एन.वी. सेंथिल कुमार की हिंदी पट्टी के राज्यों को गोमूत्र राज्य बताने वाले बयान पर सियासत गर्म है। हालांकि आज DMK के सांसद सेंथिल कुमार ने अपने बयान के लिए माफ़ी मांग ली। इसे बाद भी इस पर बयानबाजी लगातार जारी है। जनसुराज पदयात्रा में लगे प्रशांत किशोर ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी है।
“जिसकी मजदूरी करोगे वो मालिक नहीं कहेगा”
DMK के सांसद सेंथिल कुमार के बयान पर प्रशांत किशोर ने कहा कि कोई सांसद कुछ कह दिया आप इसी पर हल्ला मचाए जा रहे हैं। सांसद ने कह दिया कि ये गोमूत्र वाले राज्य हैं ये गलत बात है, बिल्कुल गलत बात है और ऐसा नहीं कहना चाहिए। आपको उससे बुरा लग गया, लेकिन आपका बच्चा दिनभर रोड पर घूम रहा है उसकी आपको कोई चिंता नहीं है। अगर आप अनपढ़ हैं, तो लोग आपको अनपढ़ ही तो कहेंगे। अगर आप गरीब हैं तो कोई आपको अमीर तो नहीं कहने लगेगा। आप किसी के यहां मजदूरी कर रहे हैं, तो वो आपको अपना मालिक तो नहीं बताएगा।
“पढ़ाई और रोजगार की चिंता करनी चाहिए”
दरभंगा के बहादुरपुर प्रखंड में पत्रकारों से बातचीत में बुधवार को प्रशांत किशोर ने आगे कहा कि हम बिहार के लोग हैं, बाहर जाते हैं तो गाली सुनने को मिलती है, महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, दिल्ली और तमिलनाडु में भी ऐसा ही होता है। हम लोग अगर पिछड़े और अनपढ़ हैं, अगर हमारे बच्चे मजदूरी करने कहीं बाहर जाएंगे, तो वो आपको सिंहासन पर तो नहीं बैठाएगा। ये समझ हम और आप बनाते नहीं हैं और दूसरे राज्यों को गाली दे रहे हैं। अगर महाराष्ट्र का आदमी आकर बिहार में खेती में मजदूरी करेगा, तो उसके बारे में आप क्या कहेंगे? आप अपनी दशा देख नहीं रहे हैं, अपने बच्चों को पढ़ाने की व्यवस्था कर नहीं रहे हैं। अपने राज्य में रोजगार की चिंता कर नहीं रहे हैं, जो कि करना चाहिए।