बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दिए जाने की मांग फिर से जोर पकड़ती हुई दिख रही है। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इनदिनों जोरशोर से इस मांग को उठा रहे हैं। कुछ दिनों पहले ही उन्होंने कहा था कि अगर केन्द्र सरकार बिहार को विशेष राज्य का दर्जा नहीं देगी तो मैं आंदोलन शुरू करूँगा। राज्य में विशेष दर्जे के लिए अभियान चलाया जाएगा। उन्होंने कहा था कि वो यात्रा पर भी निकलेंगे। वही आज नीतीश कैबिनेट की बैठक में भी बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दिए जाने की मांग वाले प्रस्ताव पर मुहर लगी है। जिसके बाद से भाजपा नेता बिहार सरकार पर हमलावर हैं। भाजपा के राज्यसभा सांसद सुशील मोदी ने तो साफ कहा है कि बिहार को विशेष राज्य का दर्जा मिल ही नहीं सकता है।
“विशेष राज्य का दर्जा मरे हुए घोड़े के समान”
दरअसल, आज नीतीश कैबिनेट की बैठक के बाद सीएम नीतीश कुमार के सोशल मीडिया हैंडल से एक पोस्ट किया गया। जिसमें नीतीश कुमार ने लिखा कि आज कैबिनेट की बैठक में बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने हेतु केन्द्र सरकार से अनुरोध करने का प्रस्ताव पारित किया गया है। मेरा अनुरोध है कि बिहार के लोगों के हित को ध्यान में रखते हुये केन्द्र सरकार बिहार को शीघ्र विशेष राज्य का दर्जा दे।
नीतीश कुमार की इस मांग पर राज्यसभा सांसद सुशील मोदीने कहा कि ‘विशेष राज्य का दर्जा मरे हुए घोड़े के समान है जिसे कितना भी चाबुक मारा जाय वह अब खड़ा नहीं हो सकता है।लालू और नीतीश केंद्र में ताकतवर मंत्री थे उस समय इसकी याद नहीं आयी।चुनाव नज़दीक आने पर ही याद आता है । 14 एवं 15 वित्त आयोग तथा रघुराम राजन समिति ने इस अवधारणा को ही समाप्त कर दिया ।अब किसी भी राज्य को विशेष राज्य का दर्जा नहीं दिया जा सकता है ।बिहार को पैकेज के तहत ज़्यादा मदद मिल रही है।’