मांडर से नवनिर्वाचित विधायक शिल्पी नेहा तिर्की की लोकप्रियता युवाओं में लागातार बढ़ रही है। वह अपने नेतृत्व कौशल से आम जनमानस को काफ़ी प्रभावित कर रही है। मार्केटिंग कम्यूनिकेशन की छात्रा रही बंधु तिर्की की बेटी विधायक बनने के बाद से लगातार क्षेत्र में सक्रिय है। उनके इस पहल की सराहना हो रही है। शिल्पी नेहा तिर्की प्रत्येक दिन अपने क्षेत्र में दिखाई पड़ती है। हर दिन किसी न किसी कार्यक्रम में सक्रिय दिखाई पड़ती हैं। इसका सकारात्मक प्रभाव पड़ा है।
जिस संजीदगी और गम्भीरता से शिल्पी नेहा तिर्की कार्य कर रही है उससे भविष्य की एक उम्मीद जगती है। उनके भीतर एक बेहतर नेतृत्वकर्ता के गुण अभी से दिखाई देने लगे है। अभी उनके विधायक बने एक माह का भी समय पूरा नहीं हुआ है और वह पूरे राज्य में सुर्ख़ियों में है। मांडर विधानसभा को वह एक आदर्श विधानसभा क्षेत्र बनाना चाहती हैं।
मधुर व्यवहार लिए मिल रही है प्रशंसा
शिल्पी नेहा तिर्की अपने व्यवहार से आम जनता का दिल जीत रही है। उन्हें मधुर व्यवहार लिए प्रशंसा मिल रही है। पिछले दिनों उन्होंने विधानसभा क्षेत्र अंतर्गत सभी प्रखंडो के कस्तूरबा गांधी विद्यालय का निरीक्षण की। साथ ही वह लगातार अन्य सरकारी विद्यालयों का निरीक्षण कर शिक्षा व्यवस्था को सुधारने के लिए प्रयत्न कर रही है। जिससे ग़लत करने वालों में हड़कंप है। इस कार्यशैली की सरकारी महकमे में काफ़ी चर्चा है।
लगातार सम्मानित कर छात्रों का बढ़ा रही हौसला
शिल्पी नेहा तिर्की अपने पिता बंधु तिर्की के साथ मिलकर मैट्रिक एवं इंटर में सफल छात्र-छात्राओं को सम्मानित कर उनका हौसला बढ़ा रही है और उन्हें भविष्य के किए शैक्षणिक टिप्स दे रही हैं। भारत रत्न स्व राजीव गांधी ग्रामीण मेघा सम्मान कार्यक्रम के माध्यम से ग्रामीण प्रतिभाओं को सम्मानित करने के कार्यक्रमों की हर ओर प्रशंसा हो रही है। उनके इस पहल से छात्रों को मोटिवेशन मिला है।
शिल्पी में दिखती है ज़मीन से जुड़ी होने की छवि
मेट्रो शहर में रहकर शिल्पी नेहा तिर्की ने जॉब की है। लेकिन उनका माटी से जुड़ाव अप्रतिम है। वे कभी भी अपने ऊपर शहरी आबो-हवा को हावी नहीं होने देती। वे माटी से जुड़ी हुई दिखाई पड़ती है। वे क्षेत्र में कभी मडुआ रोपते हुए दिखाई पड़ती हैं तो कभी खेतों के बीच मशरूम तोड़ते या मिर्च तोड़ते हुए दिखाई पड़ती हैं। ग्रामीणों में इसकी चर्चा है। राजनीति में आने से पहले सोशल मीडिया पर उनकी स्थिति नगण्य थी। चुनाव प्रचार के दौरान से अब तक वह सोशल मीडिया पर काफ़ी सक्रिय दिखाई पड़ती हैं। हर मुद्दे को वह सोशल मीडिया पर रख रही हैं। जिससे एक बेहतर संदेश लोगों में गया है।
पिता बंधु तिर्की की दिखाई पड़ती है छवि
शिल्पी नेहा तिर्की के पिता बंधु तिर्की को झारखंड के भीतर हक़-हकुक के लिए लड़ने वाले नेता के तौर पर पहचाना जाता है। शिल्पी नेहा तिर्की अपने पिता की ही तरह ही ज़मीनी कार्य पर विश्वास करती है। लगातार लोगों से जुड़कर अपनी राजनीतिक जड़ों को मज़बूत करने में लग गयी है। वे कहती हैं की काम करके दिखाना है। विकास से कोई समझौता नहीं होगा।