झारखंड के राजनीतिक हालात पर चारों तरफ लोगों में जिज्ञासा पसरी हुई है, क्या होगा हेमन्त सोरेन का क्या होगा सरकार का। वहीं हेमन्त सोरेन कुछ इस अंदाज में काम कर रहे हैं मानो कोई बात ही नहीं है। अपने नाम माइनिंग लीज लेने के मामले में चुनाव आयोग का फैसला कब आ जाये कोई ठिकाना नहीं। ईडी की कार्रवाई और राजनीतिक मसलों पर सच के करीब भविष्यवाणी करने वाले गोड्डा से भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने रविवार को ‘जोहार, जय श्री राम आखिर झारखंड का हो गया काम’ ट्वीट कर हलचल मचा दी। मौजूद हालात में लोग इस ट्वीट के मायने निकालने लगे।
राज्यपाल दिल्ली पहुंचे तो राजनीतिक धड़कन हो गई और तेज
वहीं इस बीच राज्यपाल रमेश बैस दिल्ली पहुंचे तो राजनीतिक धड़कन और तेज हो गई। भांति भांति के कयास लगाये जाने लगे चुनाव आयोग के संभावित फैसले और केंद्र के रुख से जोड़कर इसे देखा जाने लगा। हालांकि राजभवन सूत्रों के अनुसार यह राज्यपाल की निजी यात्रा है। इधर हेमन्त सोरेन की पत्नी कल्पना सोरेन जिनमें, चुनाव आयोग से प्रतिकूल फैसला आने पर भावी मुख्यमंत्री का चेहरा देखा जा रहा है का फर्जी ट्वीटर चर्चा में आ गया। किसी साइबर फ्रॉड के कमाल के बाद प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। इस फर्जी ट्वीटर पर कल्पना सोरेन की ओर से लिखा गया है कि वो गैंग बनायेंगे, आइए हम और आप मिलकर देख बनाते हैं, अपना सोना झारखंड संवारते हैं।
फर्जी ट्वीटर अकाउंट की खबर पर निशिकांत ने ली चुटकी
इस पर निशिकांत दुबे ने झारखंड के सोना को संवारने की जिम्मेदारी लेने की उन्हें बधाई भी दे दी। बाद में फर्जी ट्वीटर अकाउंट की खबर पर निशिकांत ने चुटकी ली कि हिम्मत है तो फर्जी ट्वीटर अकाउंट बनाने वाले को हेमन्त जी पकड़ें। जनता की नजर में धूल मत झोंकियेगा। आपके परिवार को मारने की धमकी देने वाला आज तक नहीं पकड़ा गया। बहरहाल राजनीतिक अस्थिरता की आशंका के बीच लोग इन गतिविधियों पर नजर गड़ाये हुए हैं। हालांकि हेमन्त सोरेन की गतिविधियों से ऐसा नहीं लगता कि उनकी कुर्सी पर संकट जैसी बात भी हो।
यूपीए विधायकों की सीएम हाउस में बैठक बुलाई गई
शनिवार 20 अगस्त को यूपीए विधायकों की सीएम हाउस में बैठक बुलाई गई थी तो मीडिया के कान खड़े थे, इस तरह की खबरें चल रही थीं मानों हेमन्त के उत्तराधिकारी की घोषणा होने वाली है। हालांकि झमाझम बारिश के बीच सूखे पर बात हुई, विकास योजनाओं को और गति देने पर बात हुई। जिसका कयास लगाया जा रहा था किसी राजनीतिक फैसले, रणनीति की खबर उस बैठक से छनकर बाहर नहीं निकली। बल्कि हेमन्त अपने वोट को लक्ष्य में रखकर निर्णय करते रहे। शनिवार को ही उन्होंने चुनावी वादे के तहत पिछड़ों को आरक्षण का कोटा बढ़ाने के लिए एक उप समिति गठित कर दी।
समिति एससी, एटी एवं पिछड़ा वर्ग के लिए आरक्षण के प्रतिशत के संबंध में सुझाव देगी। गुमला में सीएनटी, एसपीटी व पत्थलगड़ी के 2016 के मामले में केस उठाने की मंजूरी दी। अगले दिन उन्होंने निलंबन में चल रहे अभियंता प्रमुख रास बिहारी सिंह के खिलाफ निगरानी जांच की खातिर प्रारंभिक जांच के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी। 50 हजार सहायक प्राचार्यों की नियुक्ति के प्रस्ताव को कैबिनेट के हवाले किया गया तो स्वास्थ्य मंत्री ने बड़ी घोषणा की कि नन प्रैक्टिसिंग अलाउएंस न लेने वाले चिकित्सक ड्यूटी के बाद निजी प्रैक्टिस कर सकेंगे।
सीएम नियुक्ति प्रमाण पत्र देने वाले कार्यक्रम में व्यस्त रहे
सोमवार को भी जब लोगों की नजर राज्यपाल, चुनाव आयोग और दिल्ली पर टिकी थी हेमन्त सोरेन जयपाल सिंह मुंडा ओवरसीज स्कॉलरशिप को लेकर एमओयू कार्यक्रम तथा आयुष प्रक्षेत्र के संविदा आधारित चयनित स्वास्थ्य पदाधिकारियों को नियुक्ति प्रमाण पत्र देने वाले कार्यक्रम में व्यस्त रहे। मानो कहीं कोई राजनीतिक संकट जैसी बात नहीं है। हां कुछ वरिष्ठ अधिकारियों के चेहरे जरूर उड़े हुए दिख रहे हैं।
दरअसल एक पीआइएल में नाम मैनेज करने के आरोप में कोलकाता में 50 लाख नकद के साथ पकड़े गये हाई कोर्ट के अधिवक्ता राजीव कुमार को रांची लाकर ईडी ने पूछताछ शुरू कर दी है। अगर ये सरकारी गवाह बन गये तो अनेक बड़े आईएएस अधिकारियों की पोल खुल सकती है। एक विधायक के रिश्तेदार राजीव दरअसल पीआइएल ‘एक्सपर्ट’ के रूप में ख्यात हैं। अब तक 700 से अधिक जनहित याचिका दायर की है। और इनके पास अफसरों को बेनकाब करने वाले दस्तावेजों का जखीरा है।