नीट यूजी परीक्षा धांधली मामले में पटना पुलिस ने SIT गठित की है सिटी एसपी सेंट्रल के नेतृत्व में गठित एसआईटी में दो डीएसपी रैंक के अफसर, छह इंस्पेक्टर और तकनीकी सेल के पुलिसकर्मी शामिल हैं। वहीं शास्त्रीनगर थाने में दर्ज केस के आईओ दारोगा टीएन सिंह बनाए गए हैं। गठित टीम सभी आरोपियों को रिमांड पर लेकर पूछ ताछ करेगी। अभी तक कुल इस मामले में 13 आरोपियों की गिरफ्तारी हो चुकी है।
नीट धांधली मामले में 13 लोगों की हुई है गिरफ्तारी
SIT की टीम छात्र आयुष राज से भी पूछताछ करेगी, जिसने प्रश्नपत्र एक रात पहले ही मिलने का दावा किया था। इसके साथ ही पुलिस मास्टरमाइंड संजीव सिंह, उसके गुर्गे रॉकी समेत अन्य की तलाश में जुटी हुई है। पुलिस का मानना है कि संजीव के पकड़े जाने पर कई राज से पर्दा उठेगा। संजीव पर पूर्व में भी परीक्षाओं में धांधली के आरोप हैं। सूत्रों के मुताबिक संजीव की तलाश में पटना और उससे सटे जिलों में छापे मारे गए। संजीव के बेटे पर भी नजर है, जो एक दूसरे राज्य में हुई परीक्षा में गड़बड़ी में जेल जा चुका है। गिरफ्तार छात्र आयुष ने पुलिस को बताया कि शनिवार (4 मई) की रात रामकृष्णा नगर थाना क्षेत्र के खेमनीचक स्थित लर्न ब्वायज हॉस्टल एवं लर्न प्ले स्कूल ले जाया गया। यहां प्रश्न और उत्तर देकर याद करने को कहा गया। रविवार की परीक्षा में सभी प्रश्न शत-प्रतिशत मिल गए। आयुष ने यह भी बताया कि उसके साथ करीब 25 अभ्यर्थियों को प्रश्नपत्र और उत्तर रटवाया गया था।
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सभी आरोपियों के मोबाइल का सीडीआर निकाला जाएगा
एसडीपीओ साकेत कुमार ने कहा कि पेपर लीक हुआ है या नहीं जांच के बाद ही स्पष्ट हो पाएगा। कोर्ट की अनुमति के बाद ही जब्त जले प्रश्नपत्र, मोबाइल और डॉक्यूमेंट जांच के लिए एफएसएल को सौंपेंगे। पुलिस को नीट परीक्षा संचालन करने वाले कर्मियों पर भी शक है। एफआईआर में साफ-साफ लिखा है कि थानेदार को सूचना मिली कि नीट परीक्षा में संगठित गिरोह कुछ विद्यार्थियों और परीक्षा संचालन करने वाले कर्मियों की मिलीभगत से प्रश्नपत्र लीक किया गया है। अब पुलिस गिरफ्तार परीक्षा माफियाओं के मोबाइल का सीडीआर निकाल उसे जांच रही है।