झारखंड विधानसभा के शीतकालीन सत्र का आगाज 19 दिसंबर को होगा, जो 23 दिसंबर तक चलेगा। इसे लेकर विधानसभा अध्यक्ष रबीन्द्रनाथ महतो ने अपने कार्यालय में 19 दिसंबर से शुरू होने वाली आगामी शीतकालीन सत्र को लेकर विभागों के वरीय पदाधिकारियों के साथ उच्च स्तरीय बैठक की। उन्होंने बताया कि उच्च स्तरीय बैठक में तमाम विभाग के सभी सेक्रेटरी को बुलाया गया था और सत्र के दौरान जो जरूरी चीजें है। उस पर दिशानिर्देश दी गई है। उन्होंने कहा कि नियम के अनुसार शीतकालीन सत्र होना है। जो 19 से 23 दिसंबर तक चलेगा।
लंबित सवालों के प्रतिशत में की गई है कमी
अध्यक्ष रबीन्द्रनाथ महतो ने विधानसभा के सभी सदस्यों से आग्रह भी किया है कि उनके क्षेत्र के ज्वलंत समस्या को विधानसभा के पटल पर रखें। जिसको लेकर प्रयास किया जाएगा कि सरकार के संज्ञान में आए और उसका समाधान कैसे हो। इस पर चर्चा हो सके। साथ ही अधिकारियों को बार-बार निर्देश दिया गया है कि सदस्यों द्वारा जो सवाल उठाए जाते हैं। उस सवाल का जवाब सदस्यों को संतुष्ट करने लायक और विधि सम्मत दें। ताकि सरकार सदस्यों के प्रश्नों का दे सके। इसके साथ ही लंबित सवालों के प्रतिशत में कमी की गई है।
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20 दिसंबर को होगा प्रश्नकाल
23 दिसंबर तक चलने वाले इस सत्र में पहले दिन शपथ ग्रहण या शोक प्रकाश (अगर दोनों में से कोई हो तो) रखा जाना है। इसके अलावा राज्यपाल द्वारा प्रख्यापित अध्यादेशों की प्रमाणीकृत प्रति सदन के पटल पर रखी जाएगी। दूसरे दिन यानि 20 दिसंबर को प्रश्नकाल होगा। साथ ही वित्तीय वर्ष 2022-23 के द्वितीय अनुपूरक व्यय विवरणी का उपस्थापन होगा। इस विवरणी पर 21 दिसंबर को वाद-विवाद, सामान्य मतदान होगा। प्रश्नकाल भी इस दिन होना है। 22 दिसंबर को प्रश्नकाल के अलावा राजकीय विधेयक और अन्य राजकीय कार्य होंगे। 23 दिसंबर को भी 22 दिसंबर की तरह सत्र संचालन होगा। साथ ही गैर सरकारी सदस्यों का कार्य (गैर-सरकारी संकल्प) निर्धारित किया गया है।