बिहार की राजधानी पटना के वेटरनरी कॉलेज ग्राउंड में तीन दिवसीय बिहार डेयरी एंड कैटल एक्सपो किया गया। जिसमें हरियाणा के पानीपत से पहुंचे मुर्रा नस्ल के भैंसा को देखने के लिए खूब भीड़ उमड़ी। इस भैंसा की कीमत 10 करोड़ बताई जा रही है। तीन दिवसीय इस एक्सपो के समापन में पहुंचे बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव भी इस भैसा को देखने पहुंचे। उन्होंने भैंसा के साथ की अपनी तस्वीर को सोशल मीडिया पर पोस्ट भी किया है। जिसमें उन्होंने भैंसे की जमकर तरीफ भी की। बता दें कि बिहार डेयरी एंड कैटल एक्सपो के उद्घाटन में पहुंचे सीएम नीतीश कुमार भी इस भैसें को देखने पहुंचे थे।
तेजस्वी यादव ने शेयर की तस्वीर
उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर 10 करोड़ के भैंसे की तस्वीर को शेयर किया है। उन्होंने लिखा कि “पटना के वेटनरी कॉलेज परिसर में आयोजित किसान मेले में आकर्षण का केंद्र बने 10 करोड़ की कीमत तथा 30 हजार से ज्यादा बच्चों के पिता मुर्रा नस्ल के भैंसे से मिलने पहुँचा। मुर्रा नस्ल पालतू भैंस की एक नस्ल है, जो दूध उत्पादन के लिए प्रसिद्ध है। दूध में वसा उत्पादन के लिए मुर्रा सबसे अच्छी नस्ल है। इस नस्ल की भैंसों को ‘काला सोना’ कहा जाता है।
अगर किसानों को दुग्ध उत्पादन में बेहतरीन कमाई करनी है तो वह गाय के साथ अच्छी नस्ल की एक-दो भैंस का पालन जरूर करें, इससे दूध में कभी कमी नहीं आएगी। हमारी सरकार विभिन्न लाभकारी योजनाओं के माध्यम से ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ करने हेतु किसानों को पशुपालन, मुर्गीपालन एवं मत्स्य पालन व्यवसाय के लिए प्रोत्साहित कर रही है।
भैंसे का नाम गोलू 2
बता दें कि भैंसे का नाम गोलू 2 है जिसे हरियाणा के नरेंद्र सिंह बिहार सरकार के बुलावे पर अपने साथ लेकर आए हैं। पद्मश्री से सम्मानित नरेंद्र सिंह अपने भैंसे को प्यार से घोल्लू बुलाते हैं। नरेंद्र सिंह के हर इशारे को गोलू 2 बखूबी समझता है। गोलू के कारण ही उन्हें भारत सरकार ने पद्मश्री अवार्ड से सम्मानित किया। आपको जानकार हैरानी होगी कि 1500 किलो वजन और मुर्रा नस्ल के इस भैंसे की कीमत लोगों ने 10 करोड़ रुपये लगाई थी। लेकिन नरेंद्र सिंह ने गोलू 2 का सौदा नहीं किया।
वे इसका सीमेन बेचकर हर साल 25 लाख से ज्यादा कमाते हैं। वे कहते हैं सीमेन बेचकर कितने बच्चे पैदा करूंगा और कितने पैसे कमाऊंगा यह कोई नहीं जान सकता। हम लगातार इस तरह के ब्रीड को बढ़ाने का काम कर रहे हैं। 30 हजार से ज्यादा बच्चों का बाप गोलू 2 है। गोलू के सीमन की देश में ही नहीं विदेशों में भी मांग है लेकिन नरेंद्र सिंह सीमन किसी सप्लायर को नहीं देते हैं। वे सिर्फ पशुपालकों को ही सीमेन देते हैं।