बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव वैसे तो भाजपा पर जुबानी हमला बोलते रहते हैं। लेकिन इस बार तेजस्वी यादव ने भाजपा के नेतृत्व वाली एनडीए के सहयोगी दलों को अपने निशाने पर लिया है। खास कर लोजपा(रामविलास) के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान के खिलाफ तेजस्वी यादव के तीखे तेवर देखने को मिले है। हालांकि आज से पहले चिराग के खिलाफ उनका ये तेवर कम ही देखने को मिला है। उन्होंने भाजपा पर लोजपा को तोड़ने का आरोप भी लगाया।
तेजस्वी के निशाने पर चिराग, मांझी और कुशवाहा
दरअसल बिहार में जातीय गणना की रिपोर्ट जारी होने के बाद से सियासत गरमाई हुई है। भाजपा सहित उसके सभी सहयोगी दल रिपोर्ट पर सवाल खड़ा कर रहे हैं। इसमें लोजपा(रामविलास) के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान का नाम भी शामिल है। भाजपा के सभी सहयोगी दलों को निशाने पर लेते हुए आज तेजस्वी यादव जमकर बरसे। उन्होंने कहा कि भाजपा के सहयोगी दलों के नेता ही आपत्ति जता रहे हैं। चाहे वो चिराग पासवान, जीतन राम मांझी और उपेन्द्र कुशवाहा ये सब आपत्ति जता रहे हैं। केंद्र में इनकी सरकार है अगर आपत्ति है तो मोदी जी से कह के जातीय गणना करा लें। कुछ ये कह रहे कि किसी विशेष जाति का संख्या ज्यादा कर के दिखाया गया है। अगर ऐसा ही होता तो मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सबसे ज्यादा अपनी जाति का दिखा देते।
“बस टीटीएम करना है और सुरक्षा पाना है”
उन्होंने भाजपा के सहयोगी दलों पर निशाना साधते हुए कहा कि इनलोगों को कोई ज्ञान नहीं है। ये लोग अपने आका को खुश करने के लिए कुछ न कुछ बोलते रहते हैं। ताकि मोदी जी खुश हो जाएंगे तो एक-दो सीट और मिल जाएगा। उन्होंने आगे कहा कि भाजपा ने किसी को छोड़ा नहीं है। आज जो लोग बिहार के एनडीए में गए हैं वही लोग ना एनडीए छोड़े थे। तब क्या-क्या बोलते थे भूल गए। इसके बाद उन्होंने कहा कि एक पार्टी को तो भाजपा ने खत्म ही कर दिया। दो पार्टी कर दिया उसको। तेजस्वी का इशारा लोजपा की तरफ था। तेजस्वी ने चिराग का नाम लिया कहा कि उनका घर छीन लिया गया। लेकिन उसको कोई सामाजिक न्याय का ज्ञान नहीं है, कोई विचारधारा नहीं है। बस टीटीएम करना है और सुरक्षा पाना है। ऐसा-ऐसा नेता को जेड और जेड प्लस सुरक्षा दिया जा रहा है।