बिहार में सरकारी स्कूलों के शिक्षकों के पढ़ाने का तरीका शायद ही बेहतर देखने को मिल पाता है। कई मामलों में तो ये भी देखा गया है कि शिक्षक अपने अध्यापन के कार्य में पूरी तरह से गंभीर भी नहीं हैं, कई पढ़ाते तो हैं लेकिन बस कोरम पूरा करने भर तक ही! ऐसे में एक शिक्षिका का मामला सामने आया है जिसके पढ़ाने का ढंग बेहद ही अनूठा है और वह हरेक बार अलग अलग तरीकों से छात्रों को उनके पाठ पढ़ाती हैं।
शिक्षिका द्वारा शिक्षण में इस प्रकार का इनोवेटिव अंदाज़ लोगों को ख़ासा पसंद आ रहा है और छात्रगन भी मन लगाकर पढ़ाई करते हैं। भागलपुर जिले में नवगछिया के एक सरकारी विद्यालय फुलचंद मध्य विद्यालय की एक शिक्षिका हेमलता चौहान द्वारा बच्चों को खेल खेल में कई जटिल विषयों को इस प्रकार सिखाया जाता है कि वैसे पाठ भी बच्चों को मुंहजुबानी कंठस्थ हो जाते हैं। शिक्षिका के पढ़ाने का अंदाज़ भी बच्चों को खूब भा रहा है, वह हर दिन नए नए प्रयोग कर बच्चों को खेल-खेल में पढ़ाई कराती हैं, जिससे बच्चे खूब मन लगाकर पढ़ाई कर रहे हैं।
उसी सरकारी स्कूल की साथी शिक्षिका ने जब इसका वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर डाला तो वायरल होने के साथ सोशल मीडिया पर शिक्षण का ये अंदाज़ खूब सुर्खियां भी बटोर रहा है। वायरल वीडियो में देखा जा सकता है कि कभी शिक्षिका छात्रों से काफी सुरीले और मजाकिया अंदाज़ में गाने गा कर गुड मार्निंग कहने के लिए सिखा रही है, तो कभी नाचते हुए अंग्रेजी की कवितायें उनके साथ दुहरा रही है। वो कभी छात्रों से ब्लैकबोर्ड पर उन्ही से उत्तर भी लिखवा रही है, तो कभी बोर्ड पर ही डायग्राम और फ्लोचार्ट के जरिए छात्रों को पाठ पढ़ा रही है। वीडियो में देखा जा सकता है कि सरकारी स्कूल के ये छात्र भी मस्ती से इन चीज़ों को सीख रहे हैं। कमाल की बात तो ये है कि शिक्षिका तीसरी से पांचवी कक्षा के बच्चों को वह सब सिखा रही है, जो सरकारी विद्यालयों में शायद आठवीं तक के बच्चे भी सीख नहीं पाते। सरकारी विद्यालयों में इस प्रकार के काय कल्प को देखकर आम लोग भी काफी संतुष्ट दिख रहे हैं।