पश्चिम चंपारण जिले के कुमारबाग एवं गोपालपुर थाना क्षेत्र के अलग-अलग गांव में संचालित दो आर्केस्ट्रा में शारीरिक एवं मानसिक शोषण की शिकार बंगाल की दो किशोरियों को रविवार की रात में राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग के निर्देश पर छापेमारी कर उन्हें छुड़ाया गया। साथ ही दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है। दोनों आरोपी कुमारबाग थाना क्षेत्र के लोहियरिया चौक पर संचालित न्यू पायल ग्रुप नामक आर्केस्ट्रा के संचालक दीपेंद्र कुमार उर्फ धर्मेंद्र है।
जबकि गोपालपुर थाना क्षेत्र के बैशखवा चौक पर अवस्थित राज ढोल ताशा पार्टी नामक आर्केस्ट्रा का संचालक मंजूर आलम फरार हो गया है। मामले में प्रयास जुवेनाइल नामक संस्था की ओर से प्राथमिकी दर्ज कराई जा रही है। आर्केस्ट्रा से आजाद कराई गई किशोरियों को बाल सुधार गृह भेजा गया है। कुमारबाग के थानाध्यक्ष अनुज कुमार पांडेय ने बताया कि गिरफ्तार आर्केस्ट्रा संचालक को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।
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आर्केस्ट्रा में किया जाता था लड़कियों का शोषण
मिशन मुक्ति फाउंडेशन के वीरेंद्र कुमार ने बताया कि कुमारबाग थाना क्षेत्र के लोहियरिया चौक पर संचालित न्यू पायल ग्रुप आर्केस्ट्रा एवं गोपालपुर थाना क्षेत्र के बैशखवा चौक पर अवस्थित राज ढोल ताशा पार्टी से भागी एक पीड़िता ने शोषण की शिकायत की थी। जिसके बाद राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग के निर्देश पर एसएसबी 47वीं वाहिनी मानव तस्करी रोधी इकाई क्षेत्रक मुख्यालय बेतिया, मिशन मुक्ति फाउंडेशन, पश्चिम बंगाल की रेस्क्यू और रिलीफ फाउंडेशन, प्रयास जुवेनाइल एवं जिला बाल कल्याण समिति की ओर से साझा छापेमारी में दो किशोरियों को मुक्त कराया गया है।
इस छापेमारी में एसएसबी के इंस्पेक्टर मनोज कुमार शर्मा, स. उप निरीक्षक अनिल कुमार शर्मा, कांस्टेबल प्रियांशु, कांस्टेबल एस. उमा, बेतिया पुलिस के इंस्पेक्टर एससी माधव, महिला थाना की सब इंस्पेक्टर सुधा कुमारी, मिशन मुक्ति फाउंडेशन के निदेशक वीरेंद्र कुमार,प्रयास जुवेनाइल के दिलीप कुमार, पवन कुमार व अनुप्रिया विलियम तथा जिला बाल कल्याण समिति के अजय कुमार, राजीव गिरी शामिल थे।
संचालक अश्लील डांस करने के लिए करता था मजबूर
आजाद कराए जाने के बाद किशोरियों की काउंसिलिंग की गई। पीड़िता ने बताया कि ऑर्केस्ट्रा संचालक उसे अश्लील नृत्य करने के लिए मजबूर करता था। पीड़िता को उसके रिश्तेदार ने 40 हजार रुपये में ऑर्केस्ट्रा संचालक को बेचा था। वहीं एक अन्य किशोरी ने बताया कि उसके रिश्तेदारों ने उसकी गरीबी का फायदा उठाते हुए उसे इस काम में झोंक दिया था।