13 जुलाई 2023 को पटना में भारतीय जनता पार्टी के जिला महामंत्री विजय सिंह की मौ’त हो गई। इस मौत पर दो अलग अलग तरह की बातें सामने आईं। पार्टी के नेता-कार्यकर्ता साफ कह रहे हैं कि पुलिस की लाठीचार्ज में विजय सिंह की मौ’त हुई है। लेकिन पटना के डीएम चंद्रशेखर सिंह और एसएसपी राजीव मिश्रा का कहना है कि विजय सिंह की मौ’त पुलिस की कार्रवाई में नहीं हुई है। बल्कि उनकी मौ’त छज्जूबाग में हुई है, जहां कोई लाठीचार्ज नहीं हुआ था। लेकिन D-Pillar मीडिया की नीरज प्रियदर्शी की रिपोर्ट में परिजनों ने विजय सिंह की मौत को लेकर अपना सच बताया है।
इस रिपोर्ट में विजय सिंह के एक पारिवारिक सदस्य ने बताया कि पुलिस लाठीचार्ज में ही विजय सिंह को चोट आई है। जबकि विजय सिंह के भाई कमल सिंह ने बताया कि दोपहर डेढ़ बजे सूचना मिली तो पटना के पीएमसीएच हमलोग पहुंचे। वहां पहुंचने पर जब भाई का बॉडी दिखा तो उसमें उनके कपड़े फटे हुए थे। साथ सिर के एक ओर लाठी का गहरा निशान था। कमल सिंह ने आरोप लगाया कि उनके भाई विजय सिंह की ह’त्या की गई है। साथ ही यह भी कहा कि पहले लालू राज में हमलोग खेत खलिहान में मरते थे। अब लालू-नीतीश राज में हमलोग रोड पर मारे जा रहे हैं।
वहीं एक अन्य ग्रामीण का कहना है कि चोट से ही मौत हुई थी। मीडिया भी पहले चोट से ही मौत के बारे में बता रही थी। लेकिन बाद में सबलोग सरकार को बचाने में जुट गए। हमलोग किसान हैं। आरोप यह भी लगाया कि उन्हें पीटा गया और जब उनकी मौ’त हो गई, उन्हें छज्जूबाग में ले जाकर फेंक दिया। क्योंकि पुलिस वो फुटेज तो दिखा रही है कि वो जिंदा छज्जूबाग से जा रहे हैं लेकिन वो फुटेज मौजूद नहीं है, जिस क्षण उनकी मौ’त हुई।