लंग कैंसर के क्षेत्र में काम करने वाली दुनिया की प्रतिष्ठित संस्था इंटरनेशनल एसोसिएशन फॉर द स्टडी ऑफ लंग कैंसर (आईएएसएलसी) ने वरिष्ठ पत्रकार और लंग कैंसर के अंतिम स्टेज के मरीज रवि प्रकाश को इस साल के पेशेंट एडवोकेट एडुकेशनल अवार्ड के लिए चुना है। यह पुरस्कार लंग कैंसर के क्षेत्र में मरीजों के मुद्दों को उठाने वाले शख्स को हर साल दिया जाता है।
उन्हें यह पुरस्कार सितंबर में अमेरिका के कैलिफोर्निया प्रांत के सैन डिएगो शहर में आयोजित होने वाले वर्ल्ड कांफ्रेंस ऑन लंग कैंसर (डब्लूसीएलसी) के दौरान 7 सितंबर को दिया जाएगा। यह पुरस्कार लंग कैंसर के क्षेत्र में मरीजों के मुद्दों को उठाने वाले शख्स को हर साल दिया जाता है। आइएएसएलसी का पेशेंट एडवोकेट एडुकेशनल अवार्ड दुनिया के अलग-अलग देशों में मरीजों की एडवोकेसी के क्षेत्र में काम कर रहे 5 लोगों को हर साल दिया जाता है। इस साल भारत से पत्रकार रवि प्रकाश को चुना गया है।
बता दें कि रवि जनवरी 2021 से लंग कैंसर से जूझ रहे हैं। उनका कैंसर चौथे स्टेज में पकड़ में आया था। उसके बाद वे न केवल अपने कैंसर का इलाज करा रहे हैं बल्कि उन्होंने कई मंचों पर मरीज़ों की आवाज उठायी है। इंटरनेट मीडिया पर भी वे दवाओं की कीमत और कैंसर मरीजों की परेशानियों को लेकर लगातार मुखर रहे हैं।
अभी तक कीमोथेरेपी के 68 सत्रों से गुजर चुके रवि प्रकाश कैंसर के मरीजों के लिए काम कर रही स्वयंसेवी संस्था लंग कनेक्ट इंडिया के निदेशक भी हैं। पिछले साल उन्होंने काठमांडू में संपन्न सार्क फेडरेशन आफ अंकोलॉजिस्ट के सम्मेलन को भी संबोधित किया था।
इस बावत पत्रकार रवि ने कहा, ‘जिंदगी आराम से चल रही थी। तब एक दिन अचानक कैंसर ने दस्तक दे दी। अंतिम स्टेज में मेरे शरीर में घुस आया। मेरी सांसें अब चंद घंटे, महीने या साल की मेहमान थीं। उसका भी कोई तय समय नहीं। दुनिया से जाने का वक्त कब आ जाए, इसकी कोई गारंटी आज भी नहीं है। तभी मैंने कैंसर को समझना शुरू किया। मरीजों की दिक्कतें समझी तो फिर इसकी आवाज उठानी शुरू की। मुझे खुशी है कि इंटरनेशनल एसोसिएशन फॉर द स्टडी आफ लंग कैंसर जैसी बड़ी संस्था ने मुझे इस प्रतिष्ठित पुरस्कार के लिए चुना है।’