पाकिस्तान में हो रहे आम चुनाव का अंतिम चरण यानि मतगणना की प्रक्रिया ख़त्म होने को है। अब तक आए परिणाम में किसी भी पार्टी को बहुमत नहीं मिला है और पाकिस्तान की सियासत फिलहाल त्रिशंकु की तरह फंसती नज़र आ रही है। चुनाव परिणामों की ओर देखें तो इमरान खान समर्थित निर्दलीय उम्मीदवारों ने सबसे अधिक सीटें जीतीं हैं। ताजा अपडेट्स के मुताबिक, उन्हें 100 सीटें मिली हैं। नवाज़ शरीफ की पार्टी पीएमएल-एन को 71 सीटें मिलीं, जबकि बिलावल भुट्टो जरदारी की पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी को 53 सीटें अब तक मिलीं हैं। वहीँ एमक्यूएम ने 17 सीटें जीती हैं। अभी तक हुए चुनाव 264 में से 236 सीटों के नतीजे आए हैं। मुल्क में हुए चुनाव में बड़े बड़े दावे कर रहे नवाज शरीफ और बिलावल भुट्टो की पार्टियां पीएमएल-एन और पीपीपी, दोनों पार्टियों की जीती हुई सीटें मिला भी दें तो ये पार्टियां बहुमत के लिए जरूरी 134 सीट भी हासिल करती नहीं दिख रही हैं।
उधर महज़ 71 सीटें लाने के बावजूद PML-N के नेता और पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने गुरुवार को हुए आम चुनावों में अपने जीत की घोषणा कर दी थी। उसके बाद, पाकिस्तान PTI (तहरीक-ए-इंसाफ) पार्टी ने जेल में बंद अपने नेता और पूर्व पीएम इमरान खान की एक एआई-इनेबल्ड विक्ट्री स्पीच रिलीज की है। अपने एआई भाषण में, इमरान खान ने कहा कि पाकिस्तान की आवाम ने पीटीआई के पक्ष में भारी मतदान करके नवाज शरीफ के ‘लंदन प्लान’ को विफल कर दिया है। जानकारी मिल रही है कि पीटीआई का एक प्रतिनिधिमंडल जेल में बंद अपने नेता इमरान खान से मुलाकात करेगा। इस मुलाकात में पीटीआई आगे के लिए अपने विकल्प तलाशेगी। इमरान के नाम पर इस चुनाव में उतरे निर्दलीय उम्मीदवारों को अच्छी खासी कामयाबी मिली है, लेकिन इन निर्दलीयों का कोई नेता नहीं है। दूसरी ओर पाकिस्तान की फौज भी इमरान को पसंद नहीं कर रही है। ऐसे में पाकिस्तान में किसकी सरकार बनेगी, ये बताना मुश्किल लग रहा है। यहां अगर किसी पार्टी की सरकार बन भी जाती है तो वो कितनी टिकाऊ होगी, ये बताना और भी मुश्किल है।
इधर इमरान खान ने अपने एआई भाषण में अपनी जीत का दावा करते हुए कहा-” मेरे पाकिस्तानियों,आपने कल वोट देकर अपनी आज़ादी की बुनियाद रख दी है…आपने मेरे भरोसे का मान रखा और आपके इस भारी मतदान ने सबको हैरान कर दिया है… लंदन योजना आपके वोटों के कारण विफल हो गई है…नवाज़ शरीफ एक कमज़र्फ (नीच) इंसान है, जिसने बहुमत से 30 सीट पीछे होते हुए भी अपनी जीत का ऐलान कर दिया है… कोई भी पाकिस्तानी उनपर विश्वास नहीं करता है, इंटरनेशनल मीडिया भी उनके इस कदम का माखौल उड़ा रही है …धांधली से पहले हम 150 सीटों पर जीत रहे थे और इस वक़्त फॉर्म 45 के डाटा के अनुसार हम 170 से ज्यादा सीटों पर लीड कर रहे हैं…अंत में ‘आपने घबराना नहीं है’…भारी जुल्म और सितम के बीच हमने ये चुनाव 2/3 बहुमत से जीत लिया है … सभी ने आपके वोट की ताकत देखी है, अब अपने वोट की रक्षा करने की क्षमता दिखाएं।”
आपको बता दें कि पाकिस्तान की नेशनल असेंबली में कुल 336 सीटें हैं। हालांकि, इनमें से सिर्फ 266 सीटों पर ही चुनाव के जरिए उम्मीदवार चुने जाएंगे। दरअसल, असेंबली की 70 सीटें आरक्षित हैं। इनमें से 60 महिलाओं के लिए जबकि 10 गैर मुस्लिमों के लिए आरक्षित हैं। चुनाव जीतने वाली पार्टियां के अनुपात के आधार पर ये सीटें आवंटित की जाएंगी।