लोकसभा चुनाव को लेकर इंडी गठबंधन में सीट बंटवारें का पेंच फंसा हुआ है। जिसे गठबंधन के चार बैठकों में भी नहीं सुलझाया जा सका। वहीं बिहार में लोकसभा सीट को लेकर खींच-तान शुरु हो गई है। कांग्रेस नेता जहां 9 सीट की मांग पर अड़े हैं वहीं जदयू ने भी 16 सीटों पर दावा कर दिया है। जदयू नेताओं का कहना है कि अब सीट शेयरिंग पर किसी तरह की कांग्रेस से बात नहीं होगी। उन्हें 16 सीट चाहिए। और सीट शेयरिंग पर बात अब कांग्रेस से नहीं बल्कि राजद से होगी।
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सीट शेयरिंग पर राजद से बात करेगी जदयू
लोकसभा सीट को लेकर जदयू नेता व जल संसाधन मंत्री संजय कुमार झा ने अपना स्टैंड क्लियर किया है। मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव में सीट शेयरिंग को लेकर हमारी बातचीत सिर्फ राजद से होगी। कांग्रेस या लेफ्ट पार्टियों को अगर सीट शेयरिंग पर बात करनी है तो वे राजद से बात करें। जब उनकी बातचीत फाइनल हो जायेगी तो हमारी बातचीत राजद से होगी। संजय झा ने कहा कि फिलहाल जेडीयू के 16 लोकसभा सांसद हैं। इससे कम सीटों पर लड़ने की बात कहां उठती है।
नीतीश को नहीं है संयोजक बनने का इंतजार
सीट शेयरिंग में हो रही देरी को लेकर संजय झा ने कहा की I.N.D.I.A में सीट शेयरिंग में लगातार देर हो रही है। नीतीश कुमार ने जब विपक्षी एकता की नींव रखी थी, तभी से वे चाहते थे कि सीट शेयरिंग जल्द कर लिया जाए। उन्होंने आगे कहा कि नीतीश कुमार ने कहा भी था कि अक्टूबर 2023 से पहले सीट शेयरिंग कर लिया जाये और 2 अक्टूबर को गांधी जयंती के दिन से विपक्षी पार्टियों का साझा अभियान शुरू हो जाये। लेकिन ऐसा नहीं हो पाया। वहीं इंडी गठबंधन में नीतीश को संयोजक बनाए जाने की खबरों को संजय झा ने गलत बताया। उन्होंने कहा कि जेडीयू औऱ नीतीश कुमार शुरू से ही साफ-साफ कहते रहे हैं कि उन्हें किसी पद की इच्छा नहीं है।
नीतीश चाहते हैं कि विपक्षी एकजुट होकर भाजपा का मुकाबला करें और उसे हराए।