पूर्व मुख्यमंत्री एवं हिंदुस्तान आवाम मोर्चा (हम) के संरक्षक जीतन राम मांझी ने फिर विवादित बयान दिया है। अयोध्या में श्रीराम मंदिर पहुंचे मांझी ने खुद को सबसे बड़ा राम भक्त बताया। उन्होंने कहा कि उनका नाम जीतन राम है। इसके बाद उन्होंने अगड़ी जातियों को लेकर विवादित बयान दिया। कहा-जिस तरह से हम नाम के पीछे राम लगाते हैं, उसी तरह वो लोग भी अपने नाम के पीछे राम लिखें।
शर्मा, सिंह टाइटल की जगह राम लिखें, तब मानें राम भक्त
मांझी ने कहा-हम तो उस समाज को ताना देते हैं, जो समाज कहता है कि हम रामभक्त हैं। अरे भाई आप कैसे रामभक्त हैं ? अब मुझे देख लीजिए हमारा नाम है जीतनराम है। हमारे नाम के साथ राम जुड़ा है, लेकिन वो लोग जो अपने नाम के पीछे शर्मा, सिंह, जोड़ते हैं, वो भी राम लिखें, तब हम मानें कि वह राम के सच्चे भक्त हैं। नहीं तो कह देने भर से क्या होता है?
मोदीजी ने हमको बहुत सम्मान दिया
एनडीए में आने के सवाल पर मांझी ने कहा कि जब एनडीए में आए तो एनडीए में सिर्फ और सिर्फ मोदीजी की प्रतिष्ठा और प्यार हमारे प्रति है, इसलिए हम आए थे। उनके साथ कंडीशनल समर्थन में रहे। हमने कहा कि जो मर्जी होगी, हम उसको संतुष्टि से ले लेंगे और उन्होंने ऐसा ही किया। हमारे बच्चे को एमएलसी बनाया और उसको मंत्री बनाया। पहले एक विभाग था, अबआज तीन विभाग हैं। हमको भी ले गए अंतरराष्ट्रीय जगह पर। ऐसे मोदीजी ने हमें बहुत सम्मान दिया।