क्रिकेट को लेकर भारत और भारतीयों का पैशन अलग लेवल का है। लेकिन यह पैशन सिर्फ पुरुष क्रिकेट टीम की तरफ ही दिखता रहा है। बीते कुछ सालों में महिला क्रिकेट के प्रति फैंस का नजरिया तो बदला है। लेकिन भारतीय क्रिकेट बोर्ड द्वारा महिला क्रिकेटरों के लिए दोयम दर्जे का व्यवहार जारी था। अब BCCI ने एक कदम बढ़ाते हुए महिला क्रिकेटरों की मैच फीस पुरुष क्रिकेटरों के बराबर ला दिया है।
गुजरात में किसकी बनेगी सरकार, किसे मिलेंगी कितनी सीटें, आ गया है सर्वे
छह गुना तक बढ़ी मैच फीस
सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट में शामिल महिला खिलाड़ियों को अब पहले के मुकाबले अधिक मैच फीस मिलेगी। यह बढ़ोतरी छह गुना तक बढ़ी है। पहले टेस्ट मैच के लिए 4 लाख रुपए मैच फीस मिलती थी। अब यह फीस 15 लाख रुपए होगी। वहीं वनडे और टी 20 मैच के लिए पहले महिला क्रिकेटरों को 1 लाख रुपए की मैच फीस दी जाती थी। अब महिला क्रिकेटरों को वनडे के लिए मैच फीस 6 लाख रुपए दी जाएगी। जबकि टी 20 के लिए नया फीस स्ट्रक्चर 3 लाख रुपए का होगा। यह उतना ही है, जितना पुरुष क्रिकेटरों को मिलता है।
कांट्रैक्ट फीस में बदलाव नहीं
मैच फीस की विसंगति को तो BCCI ने दूर कर दिया है। BCCI सचिव जय शाह ने ट्वीट कर यह जानकारी दी है। लेकिन कांट्रैक्ट फीस में अभी यह विसंगति जस की तस है। पुरुष क्रिकेटरों का सेंट्रल कांट्रैक्ट स्ट्रचर चार कैटेगरीज वाला है। जिसमें न्यूनतम पेमेंट 1 करोड़ रुपए है। वहीं महिला क्रिकेटरों का सेंट्रल स्ट्रक्चर तीन कैटेगरीज का है। इसमें अधिकतम पेमेंट 50 लाख रुपए है।
हरमनप्रीत कौर ने किया ट्वीट
जय साह को संजीव मिश्र ने दी बधाई
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड(बीसीसीआई) के सचिव जय साह द्वारा महिला और पुरुष क्रिकेटर्स का मैच फीस बराबर करने पर बिहार क्रिकेट एसोसिएशन ( बीसीए ) के पूर्व प्रवक्ता एवं पटना हाई कोर्ट के अधिवक्ता संजीव कुमार मिश्र ने हार्दिक प्रसन्ता व्यक्त करते हुए बधाई दी है। श्री मिश्र ने कहा की बीसीसीआई के सचिव श्री जय साह द्वारा उठाया गया यह कदम अपने आप में ऐतिहासिक है। बीसीसीआई द्वारा मैच फीस को लेकर महिला के मामले में अपनी नई नीति को लागू करने से महिला खिलाड़ियों में ज़बर्दस्त उत्साह का संचार हुआ है।