क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर का आज जन्मदिन है। सचिन ने महज 16 साल की उम्र में भारत के लिए खेलना शुरू किया था। ऐसा कहा जाता था कि सचिन अच्छी बल्लेबाजी करते हैं तो भारत अच्छी नींद लेता है। मतलब जब-जब सचिन ने रन बनाए टीम इंडिया मैच जीती। यही कारण रहा कि उनके नाम कई ऐसे रिकॉर्ड हैं, जिन्हें कोई बल्लेबाज उनके रिटायरमेंट के 11 साल बाद तक नहीं तोड़ सका है। सचिन का करियर जितना शानदार है, उसे बनाने में उन्हें कई दिक्कतों का सामना करना पड़ा था।
सचिन की जिंदगी का सबसे खराब दौर
सचिन और इंजरी का पुराना रिश्ता रहा है। उनको एक बार ऐसी इंजरी हुई थी, उनका करियर दांव पर लग गया था। साल 2004-06 के दौरान सचिन सबसे मुश्किल दौर से गुजरे थे, जब टेनिस एल्बो इंजरी ने उनके करियर को करीब-करीब खत्म कर दिया था। इंजरी के कारण सचिन बल्ले तक को सही से नहीं पकड़ पा रहे थे, जिस कारण उन्होंने 18 टेस्ट मैचों में 41 और 24 वनडे मैचों में सिर्फ 35 की औसत से बल्लेबाजी की थी।
कमबैक की कहानी
सचिन के लिए इस इंजरी के बाद फैंस ने तो एंडुलकर जैसे शब्दों का इस्तेमाल किया। मतलब उनका करियर अब एंड हो गया है, लेकिन इंजरी के बाद दुनिया को नया सचिन तेंदुलकर मिला। उन्होंने कमबैक किया अगले छह साल तक नए जोश के साथ खेला। सचिन ने इसके बाद कई महान रिकॉर्ड बनाए। ये रिकॉर्ड हैं-वनडे क्रिकेट में पहला दोहरा शतक, वनडे वर्ल्ड कप जीतना या फिर 100 इंटरनेशनल शतक जड़ना।
क्रिकेट इतिहास का सबसे महान कमबैक किया
उनका मानना है कि टेनिस एल्बो की चोट के समय वह दुर्भाग्यशाली थे। अगर, यह सीजन के अंत में होता और उनके पास ठीक होने के लिए चार महीने का ब्रेक होता तो कई लोगों ने टेनिस एल्बो के बारे में कभी नहीं सुन नहीं पाते। सचिन के इस कमबैक को क्रिकेट इतिहास का सबसे महान कमबैक कहा जाता है।