बिहार में लोकसभा चुनाव के पहले चरण के चार संसदीय क्षेत्र में औरंगाबाद, गया, नवादा, जमुई, कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच मतदान शांतिपूर्ण समाप्त हो गया। शाम 6 बजे तक कुल 48.23% मतदान हुआ। पिछले 2019 लोकसभा चुनाव के की अपेक्षा 2024 लोकसभा चुनाव में पांच प्रतिशत वोटिंग कम हुआ जिस पर मुख्य निर्वाचन आयुक्त की तरफ से सफाई दी गई। उन्होंने कहा कि बढ़ते तापमान के कारण वोटरों में सुस्ती आई थी, जिसकी वजह से मतदान कम हुए।
चुनाव आयोग की तरफ से पहले चरण में 76.01 लाख से ज्यादा मतदाताओं के मतदान के लिए 7,903 मतदान केंद्र बनाए गए थे। बिहार चुनाव मुख्य चुनाव अधिकारी एच श्रीनिवास ने कहा कि सुबह 7:00 से मतदान की प्रक्रिया शुरू हुई। नक्सल प्रभावित क्षेत्र में शाम 4 बजे तक मतदान हुआ, बाकी सभी जगह पर 6 बजे तक मतदान संपन्न हुई।
चुनाव के दौरान 73 लाख रुपये जब्त गए, 1.50 लाख लीटर शराब जब्त किए हैं। नक्सल प्रभावित इलाकों में पोलिंग पार्टी को पहुंचाने के लिए भारतीय वायु सेवा के हेलीकॉप्टर का इस्तेमाल किया गया। 18 ऐसे मतदान केंद्र थे जिनका संचालन पूर्ण रूप से महिलाओं ने किया। प्रथम चरण में 76 लाख 129 मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। मतदान के दौरान कल 53 शिकायतें प्राप्त हुई जिसका निदान किया गया।
वहीं एडीजी लॉ एंड ऑर्डर जितेंद्र सिंह गंगवार ने कहा कि मतदान के लिए नाव से पेट्रोलियम की गई थी। साथ ही साथ सैटेलाइट फोन की भी व्यवस्था की गई। प्रथम चरण में कुल 55000 सुरक्षाकर्मियों को लगाया गया था। 24094 लोगों को बॉन्ड डाउन किया गया था।