औषधि विभाग की टीम ने बेनी माधवलेन स्थित चार अवैध गोदामों में छापेमारी कर 25 लाख रुपये की नशीली दवाएं, 15 लाख रुपये के सैंपल और अन्य प्रतिबंधित दवाओं के साथ 750 एमएल की 200 बोतल अंग्रेजी शराब जब्त की। देररात तक दवाओं की सूची तैयार कर रही टीम के अनुसार, गोदामों में एक करोड़ से अधिक की दवाएं जब्त होंगी।
गुरुवार को औषधि निरीक्षक को बेनी माधवलेन में नशीली दवाओं के भंडारण की सूचना मिली थी। सूचना सत्य पाए जाने के बाद शनिवार को सहायक औषधि नियंत्रक के साथ औषधि निरीक्षकों की एक टीम ने चारों गोदामों में छापेमारी की।
टीम ने पेंटाजोसिन, डायलेक्स जीसी, केटामिन जैसी नशीली दवाएं बड़ी मात्रा में जब्त कीं। इसके अलावा कुत्ता काटे का इंजेक्शन एआवी, सांप काटे का इंजेक्शन एवीएस, एल्यूबिन, फैक्टर 8 व 9, कैंसर की कई दवाएं फ्रिज से बाहर मिलीं।
जो दवाएं 2 से 8 डिग्री सेल्सियस पर रखी जानी चाहिए थीं, उन्हें 39 डिग्री सेल्सियस में रखा गया था। इससे रोगियों को गंभीर खतरा हो सकता था। 25 ब्लड बैग के अलावा 15 लाख से अधिक कीमत के फिजिशयन सैंपल और अन्य दवाएं भी जब्त की गईं।
दवा की पेटियों में शराब मंगाकर बेचने का मामला सामने आने से पुलिस भी चौकन्नी हो गई है। मौके से दो कर्मचारियों बाढ़ निवासी अजीत कुमार और गणेश कुमार को गिरफ्तार कर पीरबहोर थाना पुलिस ने जेल भेज दिया। ड्रग एंड कॉस्मेटिक के साथ नॉरकोटिक्स एक्ट के तहत प्राथमिकी दर्ज की जाएगी।
पुलिस का मानना है कि पूरा गोदाम इतने कम समय में नहीं भरा जा सकता है। ऐसे में मकान मालिक रविंद्र सिंह भी संदेह के घेरे में है। टाउन डीएसपी अशोक सिंह ने बताया कि आरोपितों की पहचान कर गिरफ्तारी का प्रयास जारी है। जब्त शराब दिल्ली और पंजाब में बनी थी और चंडीगढ़ में बेची जानी थी।