शिक्षा मंत्री प्रोफेसर चंद्रशेखर यादव के रामचरितमानस पर दिए विवादित बयान को लेकर JDU और RJD के बीच खींचतान बढ़ती चली जा रही है। बयानों के बाद अब Twitter-वार भी छिड़ गया है। JDU शिक्षामंत्री पर कार्रवाई किए जाने की उम्मीद लगाए हुए है। पर राजद ऐसा करने के मूड में नहीं दिख रही है। शिक्षा मंत्री के इस्तीफे के मांग भी गरमाई हुई है। विपक्षी दल और JDU के नेता भी शिक्षा मंत्री की योग्यता पर सवाल खड़ा लकर रहे हैं। इन सब के बीच अपने बचाव में शिक्षा मंत्री प्रोफेसर चंद्रशेखर ने बीते दिन एक ट्वीट किया था।
जिसमें वो बिहार में शिक्षा क्षेत्र में हो रहे विकास का जिक्र करना चाह रहे थे। साथ ही इसके लिए इशारों-इशारों में उन्होंने उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव की तारीफ कर दी। जो बात JDU को खटक गई है और JDU की तरफ से जवाब में ट्वीट किया गया है।
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JDU के निशाने पर RJD
शिक्षा मंत्री प्रोफेसर चंद्रशेखर बिहार के शिक्षा क्षेत्र में हो रहे विकास को लेकर एक न्यूज पेपर की कटिंग अपने ट्विटर अकाउंट से शेयर की। साथ ही उन्होंने ‘शिक्षित बिहार , तेजस्वी बिहार !’ का नारा भी लिखा। सारा मामला इसी नारे से शुरू हुआ। इस नारे से ये अंदाजा लगाया जाने लगा कि शिक्षा क्षेत्र में विकास के लिए शिक्षा मंत्री, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को नहीं बल्कि उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव को सारा क्रेडिट दे रहे हैं। बस यही बात JDU को पसंद नहीं आई।
JDU की तरफ से एक के बाद एक कई ट्वीट किए गए जिसमें बिहार के शिक्षा क्षेत्र में विकास के लिए नीतीश कुमार के पक्ष में कसीदे पढ़े गए। साथ ही उसमें ‘ट्विटर नहीं, काम की सरकार’ की भी लिखा गया है। जिसे जानकर सीधे RJD पर निशाना मान रहे हैं। बता दें कि ये ट्वीट JDU की तरफ से पार्टी के प्रवक्ता और विधान पार्षद नीरज कुमार ने अपने अकाउंट से किया है।
JDU का नारा- बढ़ता बिहार, नीतीश कुमार
जेडीयू के मुख्य प्रवक्ता और विधान पार्षद नीरज कुमार ने अपने किए ट्वीट में ‘बढ़ता बिहार, नीतीश कुमार‘ और ‘शिक्षित कुमार, शिक्षित बिहार’ जैसा नारा लिखा है। उन्होंने राजद के शासन काल और नीतीश कुमार के शासन काल में शिक्षा की स्थिति पर को लेकर एक रिपोर्ट भी साझा की है। इस रिपोर्ट पर नजर डाले तो ये साफ होता है कि बिहार में शिक्षा की स्थिति राजद के शासन काल से ज्यादा बेहतर नीतीश कुमार के शासन काल में है। मतलब साफ है कि इसके जरिए सीधे- सीधे राजद पर हमला बोला गया है।