गुरुवार की सुबह शुरू हुई राजनीतिक गतिविधियों ने शाम होते-होते सत्ता समीकरण में बड़े बदलाव की अटकलों को ऐसी हवा दी कि पटना से लेकर दिल्ली तक राजनीतिक माहौल गर्म हो गया। हालांकि, जदयू, राजद और भाजपा की ओर से इन गतिविधियों को लेकर कोई आधिकारिक बयान तो जारी नहीं किया गया है, लेकिन ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है कि कोई बड़ा बदलाव हो सकता है। भाजपा लगातार बैठकें कर रही है वहीं जदयू भी बैठक की। जिसके बाद बिहार में एक बार फिर सत्ता परिवर्तन होने की खबरें तेजी से फैल रही है। पहले जहां भाजपा के कई नेता का बयान नीतीश के खिलाफ होता था भाजपा के कई नेता एनडीए में नीतीश के लिए दरवाजा बंद होने की बात कहते थे वहीं अब उनके सुर भी बदल गए है। बीजेपी नेता सुशील मोदी का कहना है कि राजनीतिक में किसी के लिए दरवाजे बंद नहीं रहते है। अगर दरवाजा बंद रहता है तो आवश्यकता पड़ने पर वह दरवाजा खुला भी सकता है। सुशील मोदी ने कहा कि नीतीश कुमार के लिए दरवाजा खुलेगा या नहीं खुलेगा इसका फैसला हम नहीं करेंगे पार्टी आलाकमान करेंगे।