झारखंड में नक्सलियों पर काबू के लिए सुरक्षा एजेंसियां लगातार कोशिशें कर रही हैं। उनके खिलाफ व्यापक स्तर पर रणनीति बनाई जा रही है। इसी अभियान के तहत चतरा पुलिस अब विभिन्न राज्यों के सुरक्षा एजेंसियों के साथ को-ऑर्डिनेशन बनाकर नक्सलियों पर नकेल की तैयारी में जुटी है। चतरा पुलिस के वरीय अधिकारियों ने झारखंड से सटे बिहार के गया और औरंगाबाद जिले के वरीय पुलिस पदाधिकारियों के साथ मैराथन मीटिंग की। इस दौरान एसपी राकेश रंजन ने दोनों राज्यों के पुलिस पदाधिकारियों को को-ऑर्डिनेशन पर जोर देते हुए नक्सलियों के विरुद्ध संयुक्त अभियान तेज करते हुए उग्रवादियों के सफाए का निर्देश दिया। साथ ही नक्सल विरोधी अभियान में तेजी लाने को कहा। इसके अलावे जिले की सीमा से सटे बिहार के विभिन्न इलाकों की पुलिस के साथ सहयोग कर इंटर स्टेट ऑपरेशन को अंजाम देने की रूप रेखा तैयार करने पर बल दिया।
अपराधियों और अफीम माफियाओं के विरुद्ध सख्त कानूनी कार्रवाई
पुलिस अधीक्षक ने जिला पुलिस पदाधिकारियों के अलावे गया व औरंगाबाद के शीर्ष पुलिस पदाधिकारियों को आपसी समन्वय स्थापित कर संयुक्त अभियान चलाते हुए इंटर स्टेट क्राइम कंट्रोल पर भी फोकस करने को कहा। इसके अलावा लगातार बढ़ते अपराधिक घटनाओं का उद्भेदन व अंतरराज्यीय गिरोह के अपराधियों और अफीम माफियाओं के विरुद्ध सख्त कानूनी कार्रवाई करते हुए समाज में सकारात्मक संदेश देने की बात कही।
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बिहार में घटना को अंजाम दे कर झारखंड में ले लेते हैं शरण
कहा कि आए दिन अपराधी झारखंड में घटना को अंजाम देकर बिहार और बिहार में घटना को अंजाम दे कर झारखंड में शरण ले लेते हैं। बावजूद संबंधित राज्यों व जिलों की पुलिस सब कुछ जानकारी होने के बावजूद अपराधियों व तस्करों के विरुद्ध कार्रवाई नहीं कर पाती। लेकिन जब दोनों राज्यों के पुलिस पदाधिकारियों में समन्वय होगा तो कार्रवाई आसान होगी। क्योंकि अपराधियों और तस्करों के विरुद्ध शरण लेने से पूर्व ही कार्रवाई करना संभव हो पाएगा। बैठक में चतरा, गया और औरंगाबाद के बॉर्डर क्षेत्र में पदस्थापित एएसपी अभियान, एएसपी, डीएसपी, एसडीपीओ, थाना प्रभारी व इंस्पेक्टर समेत अन्य पुलिस पदाधिकारी उपस्थित थे।