75वें गणतंत्र दिवस का देश जश्न मना रहा है। गणतंत्र दिवस के इस अवसर पर भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने राजधानी दिल्ली में कर्त्तव्य पथ पर झंडोत्तोलन किया। हर बार की तरह इस साल भी कर्तव्य पथ पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू द्वारा झंडोत्तोलन के बाद गणतंत्र दिवस की परेड शुरू हुई। परेड का ये समारोह तकरीबन 9 घंटे चला। हर बार इस समारोह के लिए दूसरे देश के राष्ट्रपति को बुलाया जाता है। इस साल फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों मुख्य अतिथि के तौर पर भारत आए। कर्तव्य पथ पर आज सांस्कृतिक विरासत ही नहीं, बल्कि देश की ताकत का दम भी दिखा।
आज गणतंत्र दिवस के मौके पर आइये डालते हैं कुछ प्रमुख घटनाओं पर एक नज़र
मशहूर मोटरसाइकिल मार्च में महिला जांबाजों ने दिखाया करतब
कर्तव्य पथ पर इस बार मोटरसाइकिल मार्च के दौरान CRPF, BSF और SSB की महिला कर्मियों ने बाइक पर करतब दिखने के जरिए नारी शक्ति का प्रदर्शन किया। चंद्रयान, सर्वत्र सुरक्षा, अभिवादन और योग से सिद्धि सहित विभिन्न बनावटों के जरिए 260 से ज्यादा महिला जांबाजों ने एकाग्रता, वीरता, दृढ़ संकल्प और अनुशासन का प्रदर्शन किया।
हवाई करतब से स्तब्ध हुए लोग
सलामी उड़ान यानी फ्लाई पास्ट के दौरान 54 विमानों और हेलीकॉप्टरों के द्वारा एयर शो किया गया। इनमें फ्रांससी वायु सेना और अंतरिक्ष बल के तीन विमान, भारतीय वायु सेना के 46 विमान और भारतीय नौसेना का एक विमान और थल सेना के चार हेलीकॉप्टर ने अपना करतब दिखाया।
वायुसेना के विमानों ने दिखाया जलवा
वायुसेना के लाइट कॉम्बैट एयरक्राफ्ट ‘तेजस’, राफेल, एसयू-30, मिग-29, पी-8आई, जगुआर, डकोटा, डोर्नियर, सी-17, सी-130जे के साथ-साथ लाइट कॉम्बैट हेलीकॉप्टर, उन्नत हल्के हेलीकॉप्टर और अपाचे जैसे पुराने और आधुनिक विमान तेजस, नेत्र, वरुण, वज्रांग, त्रिशूल, अमृत, प्रचंड, अर्जन और तंगेल सहित अलग-अलग फॉर्मेशन का प्रदर्शन किए। फ्रांस की शान और भारतीय वायुसेना का अभिमान राफेल लड़ाकू विमान ने वर्टिकल चार्ली युद्धाभ्यास भी दिखाया।
त्रिशूल फॉर्मेशन में सुखोई ने भरी उड़ान
तेजस, जगुआर और राफेल के बाद अब सुखोई विमान ने कर्तव्य पथ के ऊपर से उड़ान भरा, जिसमे तीन सुखोई एमकेआई ने त्रिशूल के फॉर्मेशन में उड़ान भरे और कर्तव्य पथ के ऊपर आसमान में तेज आवाजें गूंजते रहे।
राफेल का वर्टिकल चार्ली फॉर्मेशन देख फटी रह गयी दुश्मनों की आँखें
लास्ट बात नॉट लीस्ट, जी हाँ अंत में आता है विश्व की शक्तिशाली 6वीं जनरेशन फाइटर जेट में शुमार होने वाला राफेल राफेल लड़ाकू विमान ने वर्टिकल चार्ली फॉर्मेशन का शानदार दृश्य दिखाया। इस फार्मेशन के अंतर्गत विमान कर्तव्य पथ की ओर बढ़ा और 90 डिग्री का कोण लेते हुए ऊपर की ओर चला गया। ऐसे लोंगिच्युडनल फॉर्मेशन को ही वर्टीकल चार्ली फार्मेशन कहा जाता है।
राष्ट्रपति के अंगरक्षक पहुंचे कर्तव्य पथ पर, राष्ट्रगान के साथ हुआ समापन
फ्लाई पास्ट के समापन के बाद राष्ट्रपति का सुरक्षा दल कर्तव्य पथ पर आया और गणतंत्र दिवस के आज के कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगान के साथ हुआ।
राष्ट्रगान के समापन के साथ राष्ट्रपति रवाना हुईं अपनी बग्गी की ओर
रिपब्लिक डे परेड कार्यक्रम के समापन के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को उनकी बग्गी तक छोड़ने गए। राष्ट्रपति मुर्मू अब प्रसिडेंट्स बॉडीगार्ड्स के साथ अपनी बग्गी में सवार होकर वापस राष्ट्रपति भवन की ओर निकल गयीं उनके साथ मुख्य अतिथि इमैनुअल मैक्रों को भी ससम्मान विदाई दी गयी।
प्रधानमंत्री का कर्तव्य पथ पर दिखा जलवा,स्वीकार किया लोगों का अभिवादन
राष्ट्रपति मुर्मू और फ़्रांसिसी राष्ट्रपति मैक्रॉ को विदा करने के बाद एक बार फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने अनोखे अंदाज में कर्तव्य पथ पर नज़र आए। पीएम ने वहां मौजूद दर्शकों का अभिवादन स्वीकार किया। बता दें कि प्रधानमंत्री मोदी 26 जनवरी की परेड के बाद हमेशा लोगों के बीच जाकर उनका अभिवादन स्वीकार करते हैं।
इससे पूर्व कर्तव्यपथ पर समारोह शुरू होने से पहले गणतंत्र दिवस के अवसर पर आज सुबह ही पीएम मोदी ने नेशनल वॉर मेमोरियल पहुंचकर वीर शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की। इधर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और गणतंत्र दिवस के मुख्य अतिथि फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों के साथ विशेष बग्गी में सवार होकर गणतंत्र दिवस समारोह में शामिल होने के लिए राष्ट्रपति भवन से रवाना हुए। इनसे पूर्व ही कर्त्तव्य पथ पर पहुचे देश के प्रधानमंत्री ने समारोह स्थल पर राष्ट्रपति और मुख्य अतिथि का स्वागत किया।इसके बाद राष्ट्रपति ने झंडा फहराया। झंडोत्तोलन के साथ ही वहां मौजूद सबों ने राष्ट्रगान गाया। इसके साथ ही स्वदेशी बंदूक प्रणाली 105-एमएम इंडियन फील्ड गन के साथ 21 तोपों की सलामी दी गई। इसके बाद शंख, ढोल और मृदंग की ध्वनि चारों ओर गूंज उठी और गणतंत्र दिवस समारोह की शुरुआत हुई।
इस बार के 75वें गणतंत्र दिवस की परेड कई मायनों में खास मानी गयी है। इस बार की परेड में महिलाओं की भागीदारी बहुत अधिक हुई या यु कहें कि पिछले सारे कार्यक्रमों की अपेक्षा इस बार महिलाओं की भागीदारी सबसे ज्यादा थी। कर्तव्य पथ पर परेड में करीब 80% प्रतिशत महिलाएं शामिल हुई। इसके अलावा आज की परेड में एयरफोर्स के फ्लाईपास्ट में फाइटर प्लेन, हेलीकॉप्टर और ट्रांसपोर्ट विमान समेत 51 प्लेन शामिल हुए। इन विमानों में भी 15 महिलाओं ने अपना जौहर दिखाया। परेड में छठी बार फ्रांस के राष्ट्रपति ने इस बार परेड में हिस्सा लिया। वहीं फ्रांसीसी दल ने दूसरी बार परेड में हिस्सा लिया। ‘विकसित भारत और भारत-लोकतंत्र की मातृका’- दोनों विषयों पर आधारित इस वर्ष की परेड में लगभग लगभग 13,000 विशेष अतिथियों ने शिरकत की। परेड का कमांडर जनरल भवनीश कुमार, जबकि उप कमांडर मेजर जनरल सुमित मेहता को बनाया गया था।
जिन राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की झांकियां परेड में शामिल हुई ,उनमें लद्दाख, हरियाणा,राजस्थान, गुजरात,महाराष्ट्र, तमिलनाडु,आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, ओडिशा, झारखंड, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, मणिपुर, मेघालय और अरुणाचल प्रदेश शामिल हैं।
आपको बता दें कि परेड में मिसाइल, ड्रोन जैमर, निगरानी प्रणाली, वाहन पर लगे मोर्टार और बीएमपी-2 पैदल सेना के लड़ाकू वाहनों जैसे घरेलू हथियारों और अन्य सैन्य उपकरणों का भी प्रदर्शन किया गया। विशेष बात ये रही कि पहली बार तीनों सेवाओं का महिला दस्ता देश के इस सबसे बड़े समारोह में शामिल हुआ। पहली बार एक और ऐतिहासिक घटना में लेफ्टिनेंट दीप्ति राणा और प्रियंका सेवदा ने हथियार का पता लगाने वाले ‘स्वाति’ रडार और पिनाका रॉकेट प्रणाली का परेड में नेतृत्व किया।