बिहार की नई सरकार ने काम शुरू कर दिया है। मंत्रियों के शपथ ग्रहण के साथ विभागों का बंटवारा भी सीएम नीतीश कुमार ने कर दिया। यह तय तो पहले से होगा, लेकिन आधिकारिक अधिसूचना शपथ ग्रहण के बाद जारी हुई। इस सरकार के गठन से पहले कई मामलों में इसे बेमेल सरकार बताया गया। चर्चा यह भी रही कि लगभग डेढ़ गुने अधिक विधायकों के साथ बिना सीएम या गृह विभाग के तेजस्वी को कुछ खास नहीं मिला है। लेकिन मंत्रियों के विभाग के बंटवारे के बाद एक बात तय हो गई है कि बिहार में मंत्रिमंडल बंटवारा भी बड़ी राजनीतिक चाल से कम नहीं है। नई सरकार में कामकाज का बंटवारा ऐसे किया गया है कि राज नीतीश का होगा और काज का भार तेजस्वी संभालेंगे।
विधायकों के अनुपात में विभागों का बंटवारा
नए मंत्रिमंडल में विभागों का बंटवारा ऐसे ही मनमर्जी के आधार पर नहीं हुआ है। विभागों के बजट के आधार पर देखें तो जिस पार्टी के जितने विधायक राज्य के बजट का उतने हिस्से वाले विभाग, उसी पार्टी के खाते में गए हैं। राजद के विधायकों की संख्या जदयू से डेढ़ गुनी है। तो राजद के मंत्रियों के विभागों का बजट भी जदयू के मंत्रियों के विभागों से डेढ़ गुना है।
राजद के मंत्रियों को 1 लाख करोड़
डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव समेत RJD के 17 मंत्रियों के पास लगभग 1 लाख करोड़ का बजट है। एक्चुअल आंकड़े लें तो राजद के मंत्रालयों का बजट 99305 करोड़ रुपए है। जबकि JDU के मंत्रियों के पास 68902 करोड़ रुपए का बजट है। अंतर स्पष्ट हो जाता है कि बजट के मामले में राजद ने कोई समझौता नहीं किया है और जदयू ने भी राजद की बातों को खुशी खुशी मान लिया है।
बजट में कहीं नहीं सीएम नीतीश
मंत्रिमंडल में सबसे अधिक विभाग सीएम नीतीश कुमार के पास हैं। नए मंत्रिमंडल में सीएम नीतीश कुमार के पास सामान्य प्रशासन विभाग, गृह, मंत्रिमंडल सचिवालय, निगरानी, निर्वाचन और वो सभी विभाग मिले हैं, जो किसी के पास नहीं है। जबकि तेजस्वी यादव के पास स्वास्थ्य, पथ निर्माण, नगर विकास और ग्रामीण कार्य का प्रभार गया है। लेकिन बजट आंकलन करें तो तेजस्वी यादव के पास अकेले स्वास्थ्य विभाग का ही बजट सीएम नीतीश के सभी विभागों के बजट के बराबर है।
तेजस्वी के विभागों से BJP को संदेश?
इस पूरे मंत्रिमंडल गठन के बाद विभागों के बंटवारे में कई राजनीतिक पहलू दिखाने की कोशिश की गई है। तेजस्वी यादव को जो विभाग मिले हैं, उसमें तीन महत्वपूर्ण विभाग स्वास्थ्य, पथ निर्माण और नगर विकास विभाग भाजपा के पास थे। इसमें स्वास्थ्य विभाग मंगल पांडेय के पास था, जो कभी भाजपा के बिहार प्रदेश अध्यक्ष रहे हैं। वहीं पथ निर्माण विभाग नितिन नवीन के पास था, जो पटना में बांकीपुर के विधायक और युवा नेता हैं। जबकि नगर विकास विभाग पूर्व डिप्टी सीएम तारकिशोर प्रसाद के पास था। नीतीश ने तेजस्वी को मंगल पांडेय, नितिन नवीन और तारकिशोर प्रसाद सभी के मंत्रालयों को देकर राजनीतिक संदेश देने की कोशिश की है।