झारखंड में लोकसभा चुनाव को लेकर तैयारी तेजी से चल रही है। दोनों ही बड़े गठबंधन ने सभी 14 सीटों पर अपने अपने प्रत्याशी उतार दिए है। ऐसे में अब सभी सीटों पर कांटे की टक्कर होने लगी है। इस बीच इंडी गठबंधन को एक नया डर सता रहा है। इंडी गठबंधन के अंदर BJP और आजूज पार्टी पर जीत की बन रही योजना पर उनके बागी नेता ही पलीता करने में लगे हुए है।
दरअसल, इंडी गठबंधन की नैया डुबोने में उनके ही बागी नेता लगे हुए है। इस लिस्ट में सबसे पहला नाम लोबिन हेम्ब्रम का है। झामुमो विधायक लोबिन हेम्ब्रम ने राजमहल लोकसभा सीट पर निर्दलीय चुनाव लड़ने की घोषणा कर कर रखी है। तो वहीं, इधर विशुनपुर से झामुमो विधायक चमरा लिंडा ने लोहरदगा लोकसभा सीट से निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में नामांकन भी कर दिया है।
लोहरदगा लोकसभा सीट I.N.D.I.A ब्लॉक में कांग्रेस के खाते में गई है। पार्टी ने पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सुखदेव भगत को यहां से उम्मीदवार बनाया है। विशुनपुर और लोहरदगा में चमरा लिंडा की अच्छी खासी लोकप्रियता भी कुछ खास वर्गों में है। यही वजह है कि अब चमरा लिंडा की उम्मीदवारी को कांग्रेस गंभीर मामला बता कर सहयोगी दल, झामुमो से बागी नेताओं पर कठोर कार्रवाई की उम्मीद कर रही है।
वहीं, इस संबंध में राज्य के वरिष्ठ राजनीतिक पत्रकारों का कहना हैं कि INDIA दल के सामने इस लोकसभा चुनाव में भाजपा के साथ-साथ दो अन्य प्रतिद्वंद्वी से भी जूझना होगा। एक तरफ तो चमरा लिंडा, लोबिन हेम्ब्रम सहित कई ऐसे नेता हैं जिन्होंने खुलकर उलगुलान कर दिया है। इसके अलावा धनबाद, गोड्डा, चतरा जैसे जिलों में ये भीतरघाती ताकत ज्यादा प्रभावी हो सकती है। ऐसे में इंडी गठबंधन को कम वक़्त में कई परेशानियों से गुजरना पड़ सकता है।