बिहार के गोपालगंज जिले के मुकेश कुमार को अब पूरी दुनिया पहचान लेगी। मुकेश ने इंडिया ए टीम में जगह बना ली है। मुकेश का सेलेक्शन बतौर तेज गेंदबाज हुआ है। 30 साल का मुकेश गोपालगंज के काकड़कुंड का रहने वाला है।
टैक्सी ड्राइवर थे पिता
मुकेश को मिला यह मुकाम उसकी लगन और उसके परिवार के त्याग के कारण संभव हो सका है। उसके टैक्सी ड्राइवर पिता की मौत दो साल पहले हो चुकी है। मुकेश को मिले इस मुकाम की कहानी भी रोचक है। दरअसल, मुकेश का 2010 में एक्सीडेंट हो गया। तब मुकेश के पिता ने उसे कोलकाता अपने पास बुला लिया। इसके बाद मुकेश वहीं रहने लगा। क्रिकेट खेलने लगा।
2014 में बंगाल के लिए सेलेक्शन
कोलकाता में क्रिकेट खेलते हुए मुकेश इतना आगे निकल गया कि 2014 में बंगाल टीम के लिए सेलेक्शन हो गया। 2015 में मुकेश को रणजी ट्रॉफी में मौका मिला। इस दौरान एक मैच में उसका सामना बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग से हुआ। लेकिन मुकेश ने सहवाग को आउट कर दिया। कोलकाता में उन्होंने मनोज तिवारी की कप्तानी में खेलना शुरू किया था।
26 मैचों में 95 विकेट
अपने फर्स्ट क्लास क्रिकेट के कॅरियर में मुकेश को अब तक 26 मैचों में 95 विकेट लिए हैं। इस दौरान उन्हें अशोक डिंडा, मोहम्मद शमी के साथ भी खेलने और सीखने का मौका मिला। वहीं अरूण लाल और वकार यूनुस जैसे दिग्गज खिलाड़ियों ने उनकी बॉलिंग की तारीफ की है।