लोकसभा चुनाव 2024 की तारीख तय हो चुकी है। बिहार में देखा जाए तो NDA और I.N.D.I.A. जैसे गठबंधनों में अभी भी सीट शेयरिंग का मामला अटका हुआ है। संभवतः आज दिल्ली की बैठक में NDA की सीट बंटवारे पर अंतिम मुहर लग जाए।इधर ओवैसी की AIMIM ने भी बिहार में 11 सीटों पर लड़ने का ऐलान कर दिया है।हाल में AIMIM के बिहार सचिव मो कलाम ने I.N.D.I.A. को ये नसीहत दी है कि अगर बिहार में BJP के रथ को रोकना है तो गठबंधन हमारे खिलाफ अपने प्रत्याशी उतारने से परहेज करे। इधर दरभंगा सीट पर अपने अपने उम्मीदवार उतारने को लेकर NDA और इंडी गठबंधन दोनों ही उहापोह में पड़े हैं।हालांकि AIMIM ने दरभंगा सीट से अपने प्रत्याशी की घोषणा कर दी है। लोकसभा चुनाव की तारीखो की घोषणा के बाद जिले में आदर्श आचार संहिता भी लागू हो गई है।
बिहार के दरभंगा में 13 मई को मतदान होना है। दरअसल, दरभंगा सीट पर पांच बार कांग्रेस का कब्जा रहा है तो चार पांच बार जनता दल और राजद का कब्जा रहा है। वहीं, पांच बार भाजपा के सांसद यहां से चुनाव जीते हैं। वहीं, इस बार दरभंगा के लोग उम्मीदवारों के नाम के घोषणा का इंतजार कर रहे हैं।
दरभंगा लोकसभा सीट के लिए कुल 29 लाख 19 हजार 406 मतदाता वोट डालेंगे। इनमें पुरुष मतदाताओं की संख्या 15 लाख 35 हजार 515 तो महिला मतदाताओं की संख्या 13 लाख 83 हजार 837 है। वहीं, पारलिंगी वर्ग (ट्रांस समुदाय) के 54 मतदाता वोट डालेंगे।
उम्मीदवारों के नाम की घोषणा के इंतजार के बीच AIMIM के बिहार के संयुक्त सचिव मो. कलाम ने दावा करते हुए कहा, “अगर बिहार में भाजपा को हराना है तो ‘INDIA’ को एआईएमआईएम का साथ देना होगा। इतना ही नहीं पार्टी का कहना है कि जिस सीट पर AIMIM चुनाव लड़ेगी, उस सीट से ‘INDIA’ अपना उम्मीदवार न उतारे तो बिहार के चुनाव परिणाम को बदला जा सकता है। उन्होंने कहा कि बिहार में 15 सालों से राजद गठबंधन के बाद भी बीजेपी को शिकस्त नहीं दे पा रही है, जिस कारण 2019 के लोकसभा चुनाव में राजद को बिहार में लोकसभा की एक भी सीट नहीं मिली थी। साथ ही अन्य गठबंधन को भी फायदा नहीं हुआ। वहीं, AIMIM ने सीमांचल में खड़े प्रत्याशियों का समीकरण बिगाड़ दिया था। ऐसी स्थिति में अगर भाजपा को सत्ता से दूर रखना है तो सबको एक साथ मिलकर इस चुनाव को लड़ना होगा। हमने अभी 11 सीटों पर चुनाव लड़ने का एलान किया है। लेकिन हमारी नजर बिहार में 20 सीटों पर चुनाव लड़ने की है।”